भारत से ईरान गए तीन भारतीय नागरिक पिछले दो महीने से लापता हैं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने इस मुद्दे को तेहरान के साथ मजबूती से उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह मामला दिल्ली में ईरानी दूतावास और तेहरान में ईरानी विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया गया है।

इन तीन नागरिकों में से एक 33 वर्षीय योगेश पंचाल की दिसंबर 2024 में पहली विदेश यात्रा थी। महाराष्ट्र के नांदेड़ के रहने वाले पंचाल ने हाल ही में ड्राई फ्रूट और सेब का निर्यात करने वाली एक फर्म शुरू की थी। उन्होंने 5 दिसंबर 2024 को मुंबई से तेहरान के लिए उड़ान भरी थी ताकि वे वहां बिजनेस कर सकें। योगेश तीन दिनों तक अपनी पत्नी और परिवार के संपर्क में रहे लेकिन अचानक लापता हो गए।

उनसे आखिरी बार 7 दिसंबर की शाम को बात हुई थी- लापता शख्स की पत्नी

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए योगेश पंचाल की पत्नी श्रद्धा ने बताया, “हमारी उनसे आखिरी बार 7 दिसंबर की शाम को बात हुई थी। वह भीड़-भाड़ वाली जगह पर थे और उन्होंने कहा कि वह जल्द ही वापस कॉल करेंगे लेकिन कोई कॉल नहीं आई।” श्रद्धा का कहना है कि वह दो दिनों तक उनका नंबर ट्राई करती रहीं और कोई जवाब नहीं मिला। 9 दिसंबर को योगेश का नंबर बंद हो गया। चूंकि उन्होंने 11 दिसंबर की वापसी टिकट लेकर यात्रा की थी इसलिए परिवार ने उनके लौटने का इंतजार किया।

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ईरान में तीन भारतीय लापता

योगेश के अलावा ईरान में अन्य दो लापता भारतीय मोहम्मद सादिक हैं जो दिसंबर 2023 में ईरान गए थे और सुमीत सूद जो इस महीने की शुरुआत में ईरान गए थे। श्रद्धा का कहना है कि उनके पति अकेले यात्रा पर गए थे और उनके साथ कोई नहीं था। श्रद्धा का कहना है कि उन्हें योगेश का पता लगाने की उम्मीद है और वे इस मुद्दे पर स्थानीय सांसद के संपर्क में भी हैं।

विदेश मंत्रालय ने दिया मदद का आश्वासन

लापता भारतीयों के परिवारों ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क किया है जो तब से उनके संपर्क में हैं और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “विदेश मंत्रालय और तेहरान में भारतीय दूतावास ईरानी अधिकारियों के संपर्क में हैं और लापता नागरिकों का पता लगाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी सहायता का अनुरोध किया है।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे कथित तौर पर व्यावसायिक उद्देश्यों से यात्रा कर रहे थे और ईरान पहुंचने के कुछ समय बाद ही परिवारों ने उनसे संपर्क खो दिया। पढ़ें- मध्य प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम के बेटे को उम्रकैद, भाई-भाभी और भतीजी की हत्या मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा