कोल्हापुर (औरंगाबाद)। भाजपा पर हमला बोलते हुए गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘समाज में नफरत फैलाने’ के लिए उसकी आलोचना की, साथ ही उन्होंने पूर्व सहयोगी राकांपा को भी नहीं बख्शा और आरोप लगाया कि उसका ‘एकमात्र लक्ष्य’ कुर्सी है। सोनिया ने सवाल किया कि 15 अक्तूबर को विधानसभा चुनावों के बाद राकांपा किसके साथ गठजोड़ करेगी। कांगेस के साथ राकांपा ने महाराष्ट्र में 15 बरसों तक शासन किया।

सोनिया ने औरंगाबाद में एक चुनावी रैली में कहा, ‘कल तक, वे (राकांपा) हमारे साथ थे। मैं आपको सावधान करना चाहती हूं। कल वे किसी और के साथ गठबंधन कर सकते हैं। उनका एकमात्र लक्ष्य कुर्सी है।’ वह राकांपा प्रमुख शरद पवार की इस दलील से सहमत नहीं थीं कि उनकी पार्टी सिर्फ धर्मनिरपेक्ष दल के साथ ही गठबंधन करेगी।

उन्होंने अपने भाषण में भाजपा और शिवसेना की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘आज, भाजपा और शिवसेना एक दूसरे की आलोचना कर रहे हैं। भाजपा आपको चांद लाकर देने का वादा करती है लेकिन चुनावों के बाद भूल जाती है।’

इसके पहले, कोल्हापुर में एक सभा में सोनिया गांधी ने कहा कि भाजपा और शिवसेना ने राहें भले ही अलग कर ली हैं, लेकिन वास्तव में वे एक ही हैं। उन्होंने कहा, ‘उनका उद्देश्य समाज में घृणा फैलाना है। भाजपा के प्रभाव में नहीं आएं जो अपना चेहरा बदल लेती है। भाजपा और शिवसेना जैसी अवसरवादी पार्टियां सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती हैं। वे अलग भले ही दिखती होें लेकिन वास्तव में वे एक ही हैं।’

भारत के विकास में कांग्रेस के नेताओं के योगदान को याद करते हुए सोनिया ने कहा, ‘जब नेहरू भाखड़ा नांगल बांध का शिलान्यास कर रहे थे, तब जो आज बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं, वे सिर्फ पांच साल के थे। जब इंदिरा गांधी ने हरित क्रांति की शुरुआत की, वे 13 साल के थे।’ उन्होंने कहा, ‘जब राजीव गांधी ने आइटी क्रांति शुरू की, इन लोगों ने उनका विरोध किया।’ कांगे्रस की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘भारत चांद तक पहुंच गया और हम परमाणु शक्ति भी बने।’

सोनिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार पिछली यूपीए सरकार की योजनाओं को ही आगे बढ़ा रही है जबकि पहले भाजपा ने उन योजनाओं का उपहास किया था।

उन्होंने कहा, ‘उन्होंने कांग्रेस सरकार की योजनाओं का मजाक उड़ाया लेकिन उन योजनाओं को ही आगे बढ़ा रहे हैं।’ सोनिया ने कहा, ‘हमारे विरोधी कहते हैं कि वे महाराष्ट्र को गुजरात से भी आगे ले जाएंगे। महाराष्ट्र लगभग सभी क्षेत्रों में गुजरात से आगे है।’ उन्होंने गुजरात विकास मॉडल के दावों को लेकर भी मोदी पर हमले किए।