The Kerala Story: ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म पर मचे घमासान के बीच शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक नई जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को जो लोग देखना चाहते हैं और जो मल्टीप्लेक्स इस फिल्म को दिखाना चाहते हैं। उन सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। याचिका में यह भी अपील की गई है कि इस फिल्म से प्रतिबंध हटाया जाए। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट जरूरी दिशा-निर्देश दे, क्योंकि प्रतिबंध लगाने से ऐसे राज्य में अधिक हिंसा और अशांति पैदा हो रही है।

रिलीज होने के बाद से फिल्म द केरल स्टोरी चर्चा में है। एक तरफ जहां कुछ राज्यों में उसे टैक्स फ्री कर दिया गया है। वहीं पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में इसके रिलीज होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसके खिलाफ फिल्म निर्माताओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। जिस पर शुक्रवार यानी आज सुनवाई होगी। फिल्म निर्माताओं की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने सामने याचिका पर दलील पेश करेंगे।

बीते बुधवार को फिल्म निर्मात की ओर से सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने CHI की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का जिक्र किया था। हरीश साल्वे ने कहा था कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सरकार ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। कोर्ट इस मामले पर जल्द सुनवाई करे। साल्वे की दलील पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने कहा था कि हाईकोर्ट के अंतरिम रोक लगाने से इनकार करने के खिलाफ दाखिल याचिका पर 15 मई को सुनवाई होने वाली है। जस्टिस ने कहा कि उसी के साथ इस याचिका को भी क्यों ने लिस्टिंग कर दी जाए। इस साल्वे ने जल्द सुनवाई का अनुरोध किया।

‘द केरल स्टोरी’ पश्चिम बंगाल में बैन, यूपी-एमपी और हरियाणा में टैक्स फ्री

हरीश साल्वे ने कहा, ‘फिल्म निर्मात को हर रोज भारी कमाई का घाटा हो रहा है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पीठ ने कहा था कि वो इस मामले पर 12 को सुनवाई करेगी। ‘द केरल स्टोरी’ बीते 5 मई को रिलीज हुई थी। इसके बाद ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल सरकार फिल्म को बैन कर दिया था। ममता बनर्जी ने कहा था कि इस फिल्म से हिंसा और माहौल खराब होने की आशंका है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने फिल्म पर रोक लगाई। वहीं इस फिल्म को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा में टैक्स फ्री कर दिया गया है।

फिल्म की भारतीय जनता पार्टी और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक में एक रैली में ‘द केरला स्टोरी’ का जिक्र करते हुए कहा कि फिल्म ने समाज में आतंकवाद के परिणामों को उजागर किया है। वहीं असम सीएम ने कहा कि सभी लोगों को अपनी बेटियों के साथ इस फिल्म को देखना चाहिए।