सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों का मनोबल ऊंचा करने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। जवानों की सुख-सुविधाओं के साथ उनके परिवार के कल्याण के लिए भी काफी काम किया जा रहा है। बच्चों की शिक्षा समेत अन्य तरह की चिंताओं से मुक्त होने पर जवान अच्छी तरह से काम कर सकते हैं। ये बातें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्थित सीआइएसएफ शिविर परिसर में केंद्रीय विद्यालय के नए भवन की आधारशिला रखने के दौरान कहीं। गृह मंत्री ने कहा कि इस केंद्रीय विद्यालय में अर्धसैनिक बल (सीआइएसएफ, सीआरपीएफ, आइटीबीपी आदि) के जवानों के बच्चों के दाखिले के बाद बाकी बची सीटों पर आसपास रहने वाले गरीब, वंचित और शोषित वर्गों के बच्चों को दाखिला मिलेगा, ताकि वे भी अच्छी शिक्षा ग्रहण कर देश की उन्नति में योगदान दे सकें।
संस्कारयुक्त शिक्षा को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि बगैर संस्कार के ज्ञान पर्याप्त नहीं है। शिक्षक बच्चों को अच्छे संस्कार दें। राम-रावण और इंफोसिस के युवा इंजीनियरों व आतंकी संगठनों से जुड़े युवाओं का उदाहरण देते हुए सिंह ने कहा कि रावण, राम से कहीं अधिक धनवान, बलवान और ज्ञानवान था, लेकिन पूजा राम की ही होती है। संस्कारवान व्यक्ति ही सकारात्मक सोच के साथ देश की उन्नति में योगदान दे सकता है। कुछ महीनों पहले उन्होंने आइटीबीपी के ग्रेटर नोएडा परिसर में रेफरल अस्पताल का उद्घाटन किया था, जहां जवानों के अलावा आसपास रहने वाले लोगों को भी अच्छी चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री और गौतम बुद्ध नगर सांसद डॉ महेश शर्मा ने शिक्षा के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा सबसे बड़ी पूंजी है। बच्चों को शिक्षित करके ही हम देश को उन्नति के मार्ग पर ले जा सकते हैं। कार्यक्रम में दादरी विधायक तेजपाल नागर, सीआइएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन, केंद्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त संतोष कुमार मल्ल समेत बड़ी संख्या में सीआइएसफ के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
डरे हुए लोग बना रहे महागठबंधन: केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि महागठबंधन में सभी डरे हुए लोग इकट्ठा हो रहे हैं। वे सभी इस बात से डरे हुए हैं कि भाजपा फिर से सरकार बनाएगी। आगामी लोकसभा चुनाव में जनता हमारे साथ है और सरकार के सामने कोई चुनौती नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई वाली केंद्र सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि साढ़े चार साल में उस पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि इससे पहले वाली सरकार का भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है।