हरियाणा में राज्य सभा चुनावों में कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार आरके आनंद को हार झेलनी पड़ी। इस हार के पीछे स्याही और पेन को वजह बताया जा रहा है। कांग्रेस इसे भाजपा की साजिश बता रही है और रिटर्निंग अधिकारी पर भी सवाल उठा रही है। वहीं चुनाव आयोग चुनाव को सही बता रहा है। राज्य सभा चुनाव में कांग्रेस के 12 उम्मीदवारों के वोट खारिज हो गए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने अपना बैलेट पेपर खाली छोड़ दिया। इधर पूर्व संसदीय कार्य मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कथित तौर पर अपना बैलेट पेपर सीएलपी प्रेसीडेंट किरण चौधरी को दिखाया। इसके बाद उनका वोट खारिज हो गया।
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चुनाव आयोग के नियमानुसार विधायकों को विधान सभा सचिव की ओर दिए गए स्केच पेन से वोट डालना होता है। बैलेट पेपर को इंडिगो स्याही युक्त एक मिलीमीटर मोटाई वाली निब के पेन से ही मार्क किया जाना चाहिए। किसी अन्य स्याही से मार्क किए गए बैलेट पेपर को खारिज कर दिया जाता है। भाजपा, इंडियन नेशनल लोकदल और आरके आनंद का हुड्डा कैंप पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर अपने बैलेट पेपर खराब किए। हुड्डा कैंप साजिश का आरोप लगा रहा है और उनका दावा है कि जो पेन उन्हें दिया गया उसी का इस्तेमाल उन्होंने किया। कांग्रेस विधायकों के वोट खारिज होने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। जिन कांग्रेस विधायकों के वोट खारिज हुए वे पहले भी राज्य सभा चुनावों में हिस्सा ले चुके हैं। उन्हें नियमों की जानकारी भी थी।
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दूसरी ओर, इनेलो ने कांग्रेस पर अपना हमला तेज कर दिया है। इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला ने रविवार को कांग्रेस विधायकों के वोटों के सीरियल नंबर जारी किए। इस लिस्ट में जिन कांग्रेसी विधायकों के वोट खारिज हुए उनके भी सीरियल नंबर हैं। कांग्रेस के 17 विधायकों ने वोट डाले थे। इनमें से पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा, विधायक गीता भुक्कल और किरण चौधरी के वोट सही पाए गए। बाकी के 14 वोट खारिज हो गए। सीरियल नंबर 94 से 106 तक के कांग्रेसी विधायकों के वोट खारिज हुए। इन सभी विधायकों ने बताया कि उनके वोट सही थे।
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