तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हैदराबाद के नाम को लेकर मुद्दा गर्मा गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने हैदराबाद के नाम को लेकर ऐलान किया है कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद इसका नाम भाग्यनगर कर दिया जाएगा। रेड्डी ने कहा कि जब मद्रास का नाम चेन्नई, बंबई का नाम मुंबई, कलकत्ता का नाम कोलकाता और राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया है तो हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने में क्या परेशानी है?

जी किशन रेड्डी ने कहा कि मैं पूछता हूं कि हैदर कौन है? क्या हैदर नाम की जरूरत है? हैदर कहां से आया? किसे हैदर की जरूरत है। बीजेपी सत्ता में आई तो निश्चित रूप से हैदर नाम हटाकर शहर का नाम भाग्यनगर कर दिया जाएगा। बीजेपी उन सभी जगहों के नाम बदल देगी जिससे गुलामी का मानसिकता झलकती है। बीजेपी नाम बदलने के संबंध में विद्वानों की राय भी लेगी।

योगी आदित्यनाथ ने किया था ऐलान

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हैदराबाद में एक जनसभा के दौरान कहा था कि हैदराबाद का नाम भाग्यनगर और महबूबनगर का नाम पालामुरु कर देना चाहिए। सीएम योगी के बयान पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। ओवैसी ने कहा कि हैदराबाद का नाम बदलने का आपका ख्वाब, ख्वाब ही रहेगा। ओवैसी ने कहा, “पहले उनसे पूछें कि यह ‘भाग्यनगर’ कहां से आया? उनसे पूछें कि यह कहां लिखा गया है। आप हैदराबाद से नफरत करते हैं। नाम बदलना उस नफरत का प्रतीक क्यों है।” हैदराबाद हमारी पहचान है, आप इसका नाम कैसे बदलेंगे? वे सिर्फ नफरत की राजनीति कर रहे हैं।”