तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक बयान दे दिया, जिस पर सियासत तेज हो गई है। भाजपा ने रेवंत रेड्डी पर हमला किया है। रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को हैदराबाद के जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार किया। एक रैली में उन्होंने कह दिया कि भाजपा अल्पसंख्यकों को सम्मानजनक पद नहीं देती जबकि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जो मुस्लिमों को बड़े पद देती है। प्रचार के दौरान ही रेवंत रेड्डी ने कह दिया कि कांग्रेस मतलब मुसलमान और मुसलमान मतलब कांग्रेस है। उनके इस बयान के बाद राजनीति गर्म हो गई है।
बीजेपी ने घेरा
भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एन. रामचंद्र राव ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की टिप्पणी को लेकर आलोचना। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) वोट बैंक की राजनीति में लिप्त है। रामचंद्र राव ने पीटीआई से कहा, “कांग्रेस के शासन में सबसे अधिक सांप्रदायिक दंगे हुए। तो वह कैसे कह सकती है कि कांग्रेस का मतलब मुसलमान है? हालांकि यह सांप्रदायिक और बेहद आपत्तिजनक बात है। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री हताश हैं क्योंकि वह उपचुनाव (जुबली हिल्स उपचुनाव) हारने वाले हैं। इसलिए, वह केवल मुस्लिम वोट चाहते हैं, वह हिंदू वोटों के बारे में नहीं सोच रहे हैं।ठ
इससे पहले केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना में हाल में पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन को मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने का विरोध किया था। बृहस्पतिवार को एक चुनावी रैली में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने किशन रेड्डी की आलोचना की। रेड्डी ने कहा, “कांग्रेस सरकार ने अल्पसंख्यकों को कई अवसर दिए हैं। केवल कांग्रेस ने ही अल्पसंख्यकों को बड़े पद दिए हैं। कांग्रेस का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है।”
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रेवंतउद्दीन बन चुके हैं सीएम- बीजेपी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रामचंद्र राव ने कहा कि रेवंत रेड्डी चुनाव प्रचार के दौरान टोपी पहनकर 20 प्रतिशत मुसलमानों के वोट के लिए ‘रेवंत उद्दीन’ बन गए हैं। उन्होंने कहा, “यह साफ है कि उनके (रेड्डी के) बयान वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा हैं। वह कहते हैं कि मुसलमानों को सम्मान कांग्रेस की वजह से मिलती है। कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए सम्मान सुनिश्चित नहीं किया। असल में कांग्रेस मुसलमानों को वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल कर उनके सम्मान को ठेस पहुंचा रही है। असली सवाल यह है कि क्या कांग्रेस मुसलमानों को शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार और आवास उपलब्ध करा रही है या नहीं।”
