2024 चुनाव के लिए भारत की राजनीति में गैर बीजपी, गैर कांग्रेस मोर्चा बनाने की होड़ लग गई है। शरद पवार के बाद ममता बनर्जी और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (KCR) अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हैं। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद केसीआर ने तीन दिनों का दिल्ली दौरे का प्लान बनाया है। इस दौरान वो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात कर गुफ्तगू कर सकते हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पंजाब में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही आप को लेकर तकरीबन सभी दल संजीदा हो चले हैं। राव उनसे तीसरे मोर्चे को लेकर बात करने के मूड़ में हैं। हालांकि, केजरीवाल दिल्ली में नहीं हैं तो इस मुलाकात को लेकर संशय के बादल भी मंडराने लगे हैं।

रिपोर्ट कहती है कि केसीआर की उम्मीदों को तब पंख लगे जब उनकी प्रशांत किशोर से मुलाकात हुई। रविवार को प्रशांत किशोर एक्टर प्रकाश राज के साथ केसीआर के फार्म हाउस पर पहुंचे थे। केसीआर के साथ उनकी लंबी बैठक हुई। फिलहाल केसीआर भाजपा के खिलाफ एक मोर्चा बनाने की कोशिश में लगे हुए है। उनके तेवर काफी तल्ख दिख रहे हैं।

पिछले ही हफ्ते केसीआर महाराष्ट्र के दौरे पर थे। मुंबई में उनकी उद्धव ठाकरे और शरद पवार से लंबी मुलाकात हुई थी। इसे भी तीसरे मोर्चे की कवायद माना जा रहा है। जनवरी में राजद नेता तेजस्वी यादव उनसे मिलने हैदराबाद आए थे। उनसे पहले माकपा व भाकपा के नेता भी उनसे मिले थे।

हालांकि, सभी राजनीतिक दल यूपी चुनाव के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद ही कहा जा सकता है कि कौन कितने पानी में है। लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रशांत तीसरे मोर्चे को लेकर संजीदगी से कोशिश कर रहे हैं। ममता के साथ वह काफी समय तक जुड़े रहे। उसके बाद ही प. बंगाल की सीएम की उम्मीदों को पंख मिले। कुछ दिनों पहले पीके तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से भी मिले थे। उसके बाद स्टालिन ने गैर बीजेपी नेताओं का जमावड़ा भी किया था।

अपने दिल्ली प्रवास के दौरान केसीआर टीआरएस के निर्माणाधीन दफ्तर का भी मुआयना करेंगे। यदादरी मंदिर के उद्घाटन के लिए वो राष्ट्रपति कोविंद को आमंत्रित करने वाले हैं तो ऑल इंडिया सर्विस कैडर रूल पर केंद्र से बात करेंगे।