बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Bihar Dy CM Tejashwi Yadav) ने महिला आरक्षण बिल को लेकर केंद्र सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं। साथ ही उन्होंने इस बिल में ओबीसी महिलाओं के लिए भी अलग से आरक्षण की मांग की है। तेजस्वी यादव ने पूछा कि यह कानून कब लागू होगा? क्या किसी के पास जवाब है? उन्होंने आगे पूछा कि अगर यह लागू नहीं हुआ तो कानून का क्या मतलब है?

तेजस्वी यादव ने महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण की मांग की। उन्होंने कहा, “हम 33% के बजाय महिलाओं के लिए 50% आरक्षण चाहेंगे। लेकिन कम से कम ओबीसी महिलाओं और अल्पसंख्यक और पिछड़े समुदायों की महिलाओं को भी इसमें अपना हिस्सा मिलना चाहिए। हम चाहते हैं कि हर समाज का प्रतिनिधित्व हो। आख़िर उन्होंने ओबीसी, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को आरक्षण क्यों नहीं दिया?”

लालू यादव का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “मुन्नी रजक जो धोबी समाज से आती है, उनको लालू यादव ने एमएलसी बना दिया। हम चाहते हैं कि हर समाज का प्रतिनिधित्व हो। हमारा सवाल है कि अति पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और ओबीसी समाज की महिलाओं को आरक्षण क्यों नहीं मिल रहा है?”

तेजस्वी यादव ने कहा, “हम पहले भी कह चुके हैं कि ओबीसी समाज लड़का समाज है और अगर उनका हक नहीं मिलेगा, तो वह लड़ कर के छीन लेगा। अगर कोई किसी को अपना बधुआ वोट बनाने की कोशिश करता है और वह समझता है कि हमारा वोटर बन जाएगा, चाहे वह धर्म के नाम पर भी हो, तो यह चलने वाला नहीं है। यहां जागरूक समाज भी है, जो अपने अधिकार को जानता है और उसे हासिल करना भी जानता है।”

राहुल गांधी ने भी उठाये सवाल

बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी महिला आरक्षण बिल से दो प्रावधानों को हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि परिसीमन और जनगणना वाले प्रावधान को महिला आरक्षण बिल से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाह ले तो यह बिल अभी लागू हो सकता है और महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीट लोकसभा और विधानसभाओं में रिजर्व हो सकती है।