Mehbooba Mufti Criticised Modi Government On Tawang: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग (Tawang) में हाल ही में चीन (China) से हुई झड़प पर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (Jammu and Kashmir People’s Democratic Party) की नेता महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा, सरकार हमारे जवानों को पलटवार की इजाजत नहीं दे रही, हमारे सैनिकों को जवाब देने से रोका जा रहा है। एलएसी पर हमारे सैनिकों की पिटाई हो रही है।”

पीडीपी प्रमुख, महबूबा मुफ्ती ने कहा, “भाजपा सांसद के बयान के मुताबिक उन्होंने लद्दाख और अरुणाचल में हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है, लेकिन भाजपा ने कुछ नहीं किया है। यह बात मैंने पहले ही कहा है। हमारे सैनिकों को पीटा जाता है, उन्हें जवाबी कार्रवाई करने की अनुमति नहीं है। यह खेदजनक स्थिति है।”

राज्यसभा में कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने किया वॉकआउट

दूसरी तरफ तवांग मुद्दे को लेकर राज्यसभा में भी हंगामा हुआ। संसद में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे को फिर उठाया और इस पर चर्चा कराने की मांग की। चर्चा की अनुमति नहीं मिलने पर विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने वॉकआउट किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शून्यकाल में चीनी अतिक्रमण के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हमने कल भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था। जो चीनी अतिक्रमण हुआ है, उसके बारे में हम विस्तृत चर्चा चाहते हैं। हमारी कोशिश रही है कि सदन को पूरी जानकारी मिले, देश के लोगों को भी जानकारी मिले कि वहां की वास्तविक स्थिति क्या है।’’

खरगे ने कहा, ‘‘हम देश के साथ हैं, हम सेना के साथ हैं।’’

उन्होंने कहा कि सदन को बहुत सी चीजें जाननी हैं, जो रक्षा मंत्री ने नहीं बताया। खड़गे ने कहा, ‘‘हमारे पास जो सूचनाएं हैं…जो जगह पहले खाली थी अब वहां पर पुल बन गए हैं…मकान बन गए हैं और…।’’ इसी दौरान उप सभापति हरिवंश ने खड़गे को टोकते हुए कहा कि आज इस बारे में कोई नोटिस नहीं है, इसलिए इस विषय पर चर्चा नहीं की जा सकती है तथा रक्षा मंत्री भी इस पर बयान दे चुके हैं। इस पर, खड़गे ने कहा, ‘‘हम देश के साथ हैं, हम सेना के साथ हैं।’’ खड़गे अभी बोल ही रहे थे कि उप सभापति ने शून्यकाल शुरू करा दिया और भाजपा के बृजलाल को अपना मुद्दा उठाने को कहा। 

दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बुधवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प में सरकार ने ‘छोटा बयान’ दिया और उसके साथ कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। यह लोकतांत्रिक बात नहीं है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि इस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। थरूर ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘बिना किसी स्पष्टीकरण के एक छोटा बयान दिया गया तथा दूसरों के सवालों या विचारों को सुना भी नहीं गया।’’