तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी के खिलाफ डीएमके नेता ए राजा की टिप्पणी को “अश्लील” और “महिलाओं की गरिमा को कम करने” के रूप में करार देते हुए, चुनाव आयोग ने गुरुवार को वरिष्ठ डीएमके नेता को फटकार लगाई। आयोग ने उन्हें 48 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक दिया है। चुनाव आयोग ने 6 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले डीएमके के स्टार प्रचारकों की सूची से उनका नाम भी हटा दिया है।

चुनाव आयोग ने 1 अप्रैल को आदेश जारी कर ए राजा को कहा, “आयोग आपको सतर्क रहने और किसी के खिलाफ अपमानजनक, अश्लील और गरिमा कम करने वाली टिप्पणी न करने की सलाह देता है।” सीएम पलानीस्वामी के खिलाफ ए राजा की टिप्पणी पर AIADMK की शिकायत के बाद, चुनाव आयोग ने राजा को 30 मार्च को नोटिस भेजा था। पिछले हफ्ते स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के लिए चेपक-थिरुवल्लिकेनी सीट पर प्रचार के दौरान ए राजा ने सीएम पलानीस्वामी को निशाना बनाया था। उन्होंने कहा, ”स्टालिन एक वैध संबंध और एक सामान्य प्रसव से पैदा हुए थे जबकि पलानीस्वामी समयपूर्व एक अवैध संबंध से पैदा हुए थे।”

डीएमके सांसद कनिमोझी ने राजा की टिप्पणी पर नाराजगी जाहिर की थी। मामले में पार्टी प्रमुख एम के स्टालिन ने भी एक कड़ा संदेश पार्टी नेताओं को दिया था और कहा था कि इस तरह के बयान देने से बचा जाए।

राजा की अपमानजनक टिप्पणी का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ने मंगलवार को कहा कि अगर DMK सत्ता में वापस आती है तो वे “तमिलनाडु की कई अन्य महिलाओं का अपमान करेंगे”। “मैं कांग्रेस और डीएमके को बताना चाहता हूं… कृपया अपने पार्टी नेताओं को नियंत्रित करें। मैं कांग्रेस और DMK को बताना चाहता हूं, तमिलनाडु के लोग सब कुछ देख रहे हैं।’

पीएम ने कहा राज्य के लोग महिलाओं का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे … कांग्रेस और DMK ने तमिलनाडु की सीएम की सम्मानित मां का अपमान किया है … यदि वे सत्ता में आते हैं, तो वे तमिलनाडु की कई अन्य महिलाओं का अपमान करेंगे।”

पलानीस्वामी भी राजा की टिप्पणी से नाराज दिखे। जब AIADMK कैडर्स ने उनके खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया तो राजा को माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा।

अपने माफीनामे में, राजा ने कहा कि उन्हें मीडिया से पता चला कि पलानीस्वामी उनके बयान से दुखी हैं। उन्होंने कहा, “मैं इस बात से बहुत दुखी हूं। मेरे बयान को संदर्भ के बाहर समझा गया। मैं खेद व्यक्त करता हूं। मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं। मैं पलानीस्वामी और सभी को कहना चाहता हूं कि मेरा बयान व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं था।’