तमिलनाडु के कुन्रूर जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के शिकार 6 और जवानों के पार्थिव शरीर की पहचान हो गई है। इसके अलावा, अन्य शवों की पहचान करने की कोशिश शनिवार को भी जारी है। इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 लोगों की मौत हो गई।
एक आधिकारिक बयान में, भारतीय वायु सेना ने पुष्टि की कि दुर्घटना में जान गंवाने वाले उनके चार जवानों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उनके शवों को संबंधित परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा। वहीं, भारतीय सेना की तरफ से जानकारी दी गई है कि लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के शवों के पहचान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जल्द ही उनके शवों को उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा।
सेना ने आगे कहा कि अन्य शवों की सकारात्मक पहचान की प्रक्रिया जारी है। सेना की जानकारी के मुताबिक, विंग कमांडर पीएस चौहान, जेडब्ल्यूओ प्रदीप, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, हवलदार दास, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के पार्थिव शरीर की पहचान की गई है।
शवों की पहचान के लिए ली जा रही परिवार के सदस्यों की मदद
10 जवानों के पार्थिव शरीर को दिल्ली छावनी के आर्मी बेस अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। उनके परिवार के सदस्य पार्थिव शरीर की पहचान करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। अधिकारियों ने कहा कि शवों की पहचान के लिए परिवार के सदस्यों की मदद के साथ ही वैज्ञानिक उपाय भी किए जा रहे हैं। शवों की पहचान के बाद उनके संबंधित परिवारों को सौंप दिया जाएगा।
इसके पहले, हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सीडीएस बिपिन रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली कैंट स्थित बराड़ चौक पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। सेना की टुकड़ी ने उन्हें 17 तोपों की सलामी के साथ अंतिम विदाई दी। सीडीएस और उनकी पत्नी की चिता को बेटियों ने मुखाग्नि दी।