मुख्यमंत्री जयललिता और द्रमुक अध्यक्ष के करुणानिधि सहित प्रमुख नेता इस हफ्ते विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। इसके साथ ही चुनाव प्रचार तेज होने और तमिलनाडु में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने की संभावना है। हालांकि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक से अब तक उसकी महासचिव जयललिता के नामांकन की तारीख को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, मुख्यमंत्री के इस हफ्ते डॉ राधाकृष्णन नगर सीट से नामांकन पत्र दायर करने की उम्मीद है क्योंकि नामांकन 29 अप्रैल को खत्म हो जाएगा।

यललिता सामाजिक कल्याण और बुनियादी संरचना समेत विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों के सहारे चुनाव प्रचार में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने द्रमुक की कड़ी आलोचना करते हुए उसे एक परिवार के शासन, अंतरराज्यीय नदी विवाद और विधि व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा।

करुणानिधि सोमवार दोपहर अपने मूल शहर तिरुवरूर में नामांकन दायर करेंगे। 93 साल के नेता ने उम्र और स्वास्थ्य तकलीफों के बावजूद शनिवार को चुनाव प्रचार शुरू कर दिया। उन्होंने जयललिता सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी पार्टी को सही विकल्प बताया। द्रमुक के कोषाध्यक्ष एमके स्टालिन 27 अप्रैल को कोलाथूर विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र भरेंगे। डीएमडीके नेता विजयकांत और एमडीएमके के संस्थापक वाइको भी इसी हफ्ते संभवत: उसी दिन नामांकन पत्र दायर करेंगे। विजयकांत और वाइको क्रमश: उलूनथूरपेट और कोविलपट्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। डीएमडीके ने 234 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए वाइको के नेतृत्व वाले पीपुल्स वेलफेयर फ्रंट (पीडब्लूएफ) के साथ गठजोड़ किया है।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सोनिया गांधी समेत भाजपा और कांग्रेस के शीर्ष नेता तय कार्यक्रम के मुताबिक मई में चुनाव रैलियों को संबोधित करेंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी पार्टी का प्रचार करेंगे। कांग्रेस इस बार भी द्रमुक के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। साल 2011 के चुनाव में इस गठबंधन के तहत उसने पांच सीटें जीती थीं। सीताराम येचुरी (माकपा) और बी सुधाकर रेड्डी (भाकपा) जैसे शीर्ष वाम नेताओं के भी मई में चुनाव रैलियों को संबोधित करने की संभावना है।