इंडिया गठबंधन के तहत विपक्षी दलों में लगातार सीट शेयरिंग पर सहमति बनती नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र सभी में विपक्षी दलों का फॉर्मूला लगभग तैयार है। इसके विपरीत भले ही बीजेपी मजबूत हो लेकिन उसके सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत ठंडे बस्ते में दिखती है। हालांकि, बिहार में पुराने सहयोगी जेडीयू के पुराने सहयोगी का वापस आना एनडीए के लिए राहत की बात रही है। बीजेपी को सबसे ज्यादा चुनौती तमिलनाडु में पार्टी के विस्तार के मोर्चे पर मिल रही है। बीजेपी की स्टेट यूनिट के आक्रामक होने के बाद जहां पार्टी वहां सुधार के सपने देख रही है तो दूसरी ओर उसकी AIADMK के साथ गठबंधन की कोशिशें कुछ खास असर करती नहीं दिख रही है।
बीजेपी ने पिछले कुछ वर्षों में राज्य में अपने विस्तार के लिए खूब प्रयास किए हैं। एक तरफ जहां पीएम मोदी के लगातार तमिलनाडु में जारी दौरे हों, या दूसरी ओर बीजेपी की स्टेट यूनिट इंचार्ज के अन्नामलाई की पूरे तमिलनाडु में पदयात्रा…इसके जरिए पार्टी तमिलनाडु में आम जनता के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश करती रही है।
खबरें ये भी रहीं कि इस बार निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर जैसे बीजेपी के साउथ इंडिया के चेहरे पर पार्टी तमिलनाडु के शहरी क्षेत्रों में दांव भी लगा सकती है लेकिन फिलहाल इसकी कोई सुगबुगाहट नहीं है। बीजेपी को अपने पुराने सहयोगी से भी चुनौती मिल रही है।
AIADMK नेता ने ही दी चुनौती
गुरुवार को पार्टी कार्यक्रम में बोलते हुए एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता केपी मुनुसामी ने बीजेपी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर को मैदान में उतारने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इनके तमिलनाडु से जुड़ाव को आए दिन प्रमुखता से उठाती है तो चुनाव क्यों नहीं लड़ा देती। मुनुसामी ने कहा कि अगर बीजेपी को ऐसा लगता है कि उसका विस्तार हुआ तो वे कॉन्फिडेंस दिखाते हुए चुनाव में अपने मंत्रियों को उतार दे।
AIADMK और BJP के बीच खटास
बता दें कि मुनुसामी लंबे वक्त से एआईडीएमके और बीजेपी के बीच रिश्तों में खटास के पहलू को जनता के सामने पेश करते रहे हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले उनका बयान ये बताता है कि दोनों दलों के बीच किसी भी तरह का गठबंधन होने की संभावनाएं काफी कम हैं। तमिलनाडु में गठबंधन के लिहाज से पार्टी ने केवल एक ही डील की है जो कि तमिल मनीला कांग्रेस है। खबरें हैं कि BJP ने AIADMK से संपर्क किया है लेकिन फिलहाल इन प्रयासों को खारिज कर दिया गया है जो कि तमिलनाडु में एनडीए के ज्यादा मजबूत न हने के संकेत देता है।
तमिल मनीला कांग्रेस के अलावा बीजेपी की बातचीत एस रामदास की पट्टाली मक्कल काची के साथ भी जारी है। अटकलें यह भी हैं कि पार्टी ओ पन्नीरसेल्वम जैसे वरिष्ठ राजनीतिक लोग इसमें शामिल हो सकते हैं हालांकि अभी किसी भी मुद्दे पर आखिरी आधिकारिक फैसला सामने नहीं आया है।