मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि चीन द्वारा परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह :एनएसजी: की सदस्यता हासिल करने की भारत की कोशिशों का पुरजोर विरोध करने के बाद भी आर्थिक संबंधों की मजबूती के लिए चीन के साथ वार्ता जारी रहनी चाहिए। छह दिवसीय चीन यात्रा से लौटने के बाद चौहान ने यहां पत्रकारों को बताया, ‘‘चीन के साथ वार्ता जारी रहनी चाहिए । दोनों देशों के अपने-अपने राष्ट्रीय हित हैं ।’’
चौहान ने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिए वार्ता जारी रहनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसजी में प्रवेश के लिए तमाम कोशिशें की । दुर्भाग्यवश, भारत एनएसजी का सदस्य नहीं बन सका।’’ चौहान ने कहा कि अपनी चीन यात्रा के दौरान उन्हें लगा कि व्यापार के मौकों के कारण चीन के लोग भारत के साथ संबंधों की मजबूती को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम और चीन की सरकार सामाजिक क्षेत्र में एक जैसा काम करते हैं – जैसे गरीबों के उत्थान के लिए ।’’ अपनी चीन यात्रा को सफल बताते हुए चौहान ने कहा कि चीनी निवेशकों को जब मध्य प्रदेश के विकास के पथ पर आगे बढ़ने के बारे में पता चला तो उन्होंने राज्य को लेकर दिलचस्पी जाहिर की ।