बंगाल बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि अगर जनसंघ नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते तो आज हमारा देश एक इस्लामिक देश होता और हम बांग्लादेश में रहते। अधिकारी ने बंगाल में एक रैली के दौरान कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान के बिना, यह देश एक इस्लामिक देश होता और हम बांग्लादेश में रहते। वह बंगाल के मुचीपारा में रैली कर रहे थे।
सुवेंदु अधिकारी ने बीजेपी से नंदीग्राम विधानसभा का टिकट मिलने पर कहा, ‘ मुझे जो ज़िम्मेदारी दी गई है, इसके लिए मैं पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। मैं नंदीग्राम और पूरे पश्चिम बंगाल में कमल खिलाने का काम करूंगा। ममता बनर्जी 50,000 से अधिक मतों से यह चुनाव (नंदीग्राम में) हारने वाली हैं।’ उन्होंने कहा कि नंदीग्राम (चुनाव) मेरे लिए चुनौती नहीं है। मैं नंदीग्राम जा रहा हूं उन्हें (ममता बनर्जी) हराकर कोलकाता वापस भेजूंगा। बता दें कि आज पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 57 सीटों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। भाजपा ने नंदीग्राम से सुवेंदु अधिकारी को टीएमसी अध्यक्ष और सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर अशोक डिंडा, पूर्व IPS अधिकारी भारती घोष को भी उम्मीदवार बनाया गया है।
एक वक्त में सीएम ममता के करीबी रहे सुवेंदु अधिकारी सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से चुनाव में टक्कर लेंगे। पार्टी ने शनिवार को इसकी घोषणा की।
Without Syama Prasad Mukherjee’s contribution, this country would have been an Islamic country and we would be living in Bangladesh: BJP leader Suvendu Adhikari during rally in Muchipara, West Bengal pic.twitter.com/d5Vqe04CD8
— ANI (@ANI) March 6, 2021
इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा कि वह सुवेंदु अधिकारी की सीट से चुनाव लड़ेंगी। ममता ने भवानीपुर सीट छोड़ने का फैसला किया है।
ममता ने कहा कि उन्होंने अधिकारी द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार किया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ने 27 मार्च से शुरू होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए कहा, ‘मैं नंदीग्राम से चुनाव लड़ूंगी। भवानीपुर सीट से शोभादेव चट्टोपाध्याय चुनाव लड़ेंगे।’ भाजपा की घोषणा के बाद नंदीग्राम सीट चुनाव की सबसे महत्वपूर्ण सीट बन गई है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए केन्द्रीय बलों की 415 कंपनियों को तैनात किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 30 कंपनियां और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की पांच-पांच कंपनियां समेत केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 200 कंपनियां अब तक राज्य में पहुंच चुकी हैं।