बीजेपी की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार (6 अगस्त) देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। बता दें कि सुषमा स्वराज हरियाणा की पहली ऐसी महिला थीं, जो महज 25 साल की उम्र में मंत्री बन गई थीं। उन्होंने देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में खूब नाम कमाया। वहीं, अपने हुनर के दम पर हरियाणा और देश को पूरी दुनिया में गौरवान्वित किया। उन्होंने वकालत से लेकर विदेश मंत्री तक का सफर तय किया। वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था।
सबसे कम उम्र में बनी थीं कैबिनेट मंत्री: सुषमा स्वराज देश की पहली ऐसी महिला थीं, जो विदेश मंत्री बनी थीं। हालांकि, इसके अलावा भी उनके नाम पर कई उपलब्धियां दर्ज हैं। वह महज 25 वर्ष की उम्र में हरियाणा सरकार में सबसे युवा कैबिनेट मंत्री भी बनी थीं। इसके अलावा दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम दर्ज है। सुषमा स्वराज 2 बार विधान सभा के सदस्य के रूप में, 4 बार लोक सभा और 3 बार राज्य सभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई थीं।
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वकील से लेकर विदेश मंत्री तक किया सफर : सुषमा स्वराज पेशे से वकील थीं। उन्होंने 1970 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1977 में महज 25 साल की उम्र में वह हरियाणा विधानसभा की सदस्य और हरियाणा में कैबिनेट मंत्री बनीं। उस दौरान उन्होंने 7 विभागों का कामकाज संभाला था। महज 27 साल की उम्र में वह जनता पार्टी (हरियाणा) की अध्यक्ष बनीं। हरियाणा के श्रम और रोजगार विभाग में 1977-79 के बीच मंत्री थीं। इसके बाद 1987-90 के बीच हरियाणा के शिक्षा विभाग और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत रहीं। वह 3 साल तक हरियाणा राज्य के सफल वक्ता के रूप में चर्चित रही थीं। वह दिल्ली की सीएम बनने वाली पहली महिला थीं। उन्होंने दिल्ली की गद्दी 13 अक्टूबर से 3 दिसंबर 1998 तक संभाली थी। इसके अलावा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री भी बनी थीं।
स्वराज कौशल से हुई थी शादी : सुषमा स्वराज की शादी स्वराज कौशल से 14 फरवरी 1975 को हुई थी। स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट में आपराधिक मामलों के वरिष्ठ वकील हैं। वह 1990 से 1993 तक मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं। साथ ही, 1998-2004 के बीच राज्यसभा सदस्य भी रहे। स्वराज कौशल अभी तक सबसे कम आयु में राज्यपाल बनने वाले शख्स हैं।

