Sushant Singh Rajput CBI Closure Report: एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के मामले में जांच एजेंसी सीबीआई ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। उस क्लोजर रिपोर्ट में जोर देकर कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी, हत्या का कोई सबूत नहीं मिला है। इससे भी बड़ी बात यह है कि जांच एजेंसी के मुताबिक रिया चक्रवर्ती के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है और उन्हें भी क्लीन चिट दे दी गई है।

यह एक ऐसा मामला रहा है जिसमें कभी ड्रग्स का एंगल सामने आया था तो कभी हत्या और आत्महत्या जैसे सवालों के बीच में गुत्थी उलझती चली गई। लेकिन इतने सालों बाद आखिरकार सीबीआई ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है और उस रिपोर्ट में साफ कर दिया गया है कि सुशांत ने आत्महत्या ही की थी और उनकी हत्या नहीं हुई, किसी तरह की कोई साजिश सामने नहीं आई है। अब इस मामले ने पिछले कुछ सालों में कई नाटकीय मोड़ देखे हैं, यहां पर सुशांत सिंह राजपूत केस की पूरी टाइमलाइन जानते हैं-

सुशांत केस के शुरुआती दिन

जानकारी के लिए बता दें कि 4 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत का शव उनके मुंबई के बांद्रा वाले घर में संदिग्ध स्थिति में मिला था। उस समय सुशांत के ही नौकर नीरज ने पुलिस को बुलाया था और तब जाकर दरवाजा तोड़ सुशांत के शव को बरामद किया गया। कुछ दिनों बाद ही 15 जून को सुशांत के बहनोई और आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह इस पूरे मामले में सामने आए थे और उन्होंने साजिश वाले एंगल को हवा दी। उनकी तरफ से ही सबसे पहले जांच की मांग भी की गई।

इसके बाद 18 जून को मुंबई पुलिस ने सबसे पहली बार रिया चक्रवर्ती का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया था, उनसे सवाल जवाब किए गए थे। इतने दिनों के अंदर में राजनीति भी इस केस को लेकर शुरू हो चुकी थी और सोशल मीडिया पर भी एक नई बहस जन्म ले चुकी थी। इसी वजह से 19 जून से नेपोटिज्म से लेकर दूसरे मुद्दों ने हवा पकड़ी और सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। यहां भी सबसे बड़ा नाटकीय मोड़ 28 जुलाई 2020 को आया क्योंकि उसी दिन सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने पटना में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के कुछ दूसरे सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। उनकी तरफ से धोखाधड़ी सहित पैसों के हेरफेर जैसे गंभीर आरोप लगाए गए।

ड्रग्स एंगल को मिली हवा, रिया फंसी

लेकिन एक महीने के बाद भी क्योंकि ज्यादा सबूत इकट्ठे नहीं हो पाए, ऐसे में 6 अगस्त 2020 को सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत का केस संभाल लिया और उनकी तरफ से एक और केस दर्ज किया गया। फिर 18 अगस्त को ईडी इस मामले में सक्रिय हो गई और मनी लॉन्ड्रिंग वाले एंगल से उसकी तरफ से सुशांत सिंह राजपूत के ही पर्सनल स्टाफ से पूछताछ शुरू की गई। सुशांत केस में यह वो समय था जब ड्रग्स एंगल हावी होता जा रहा था और पूरा बॉलीवुड भी इसकी चपेट में था। इसी कड़ी में 27 अगस्त को एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती और कुछ दूसरे लोगों के खिलाफ प्रतिबंधित ड्रग्स की डीलिंग के मामले में एक क्रिमिनल केस दर्ज किया था। उस केस दर्ज होने के अगले दिन ही रिया को सीबीआई ने अपने दफ्तर में बुलाया और उनसे कई घंटे की पूछताछ हुई।

इसके बाद 8 सितंबर को रिया चक्रवर्ती को एनसीबी ने गिरफ्तार कर लिया, बड़ी बात यह रही ककि सुशांत सिंह राजपूत के मामले में उन्हें अरेस्ट नहीं किया गया था बल्कि ड्रग्स नेक्सस का जो पर्दाफाश हुआ, उस केस में उनकी गिरफ्तारी हुई। रिया चक्रवर्ती कल 28 दिनों तक जेल में बंद रहीं और फिर 7 अक्टूबर को उन्हें रिहा कर दिया गया।

कूपर अस्पताल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट

अब रिया को तो जेल से छोड़ दिया गया लेकिन ड्रग्स एंगल और उससे जुड़े कई सवाल लगातार जांच एजेंसी के दिमाग में घूमते रहे। इसी वजह से साल 2021 में 28 मई को एक और बड़ी कार्रवाई हुई और सुशांत सिंह राजपूत के फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी को एनसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। कई महीनों की जेल के बाद 7 अक्टूबर को पिठानी को भी जमानत मिल गई, लेकिन सवाल बरकरार रहा- आखिर सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या हुआ था?

इस मामले में 8 सितंबर 2022 को एक और बड़ा नाटकीय मोड़ आया, असल में कूपर अस्पताल में सुशांत सिंह राजपूत का पोस्टमार्टम हुआ था, वही के एक स्टाफ के सदस्य रूप कुमार ने दावा कर दिया कि एक्टर ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उनका मर्डर हुआ था।

दिशा सालियान की मौत पर सियासत

इसके बाद दिसंबर 2023 में महाराष्ट्र सरकार ने दिशा सालियान की मौत का चैप्टर एक बार फिर खोल दिया और SIT का गठन किया गया। असल में दिशा सालियान, सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थी जिनकी मृत्यु भी जून 2020 में हुई थी। अब इसी साल मार्च 2025 में सीबीआई ने सुशांत केस में अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। उनका साफ कहना है कि आत्महत्या के लिए उकसाने के कोई सबूत नहीं मिले, वही रिया चक्रवर्ती के खिलाफ भी कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है, ऐसे में उन्हें भी क्लीन चिट दे दी गई है।