जनजातीय क्षेत्रों में काम करने वाले अधिकार कार्यकर्ता और वकील, एल्गर परिषद मामले के आरोपी, भीमा कोरेगांव केस के वकील, दलित कार्यकर्ता, रक्षा और रणनीति पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार और दिल्ली विश्वविद्यालय के एक व्याख्याता जैसे कई लोगों को इजरायल के स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल करके वॉट्सऐप से सर्विलांस पर रखने का खुलासा हुआ है। इन सब के फोन व्हॉट्सएप के जरिये निगरानी पर रखे गए थे। भारत में दो दर्जन से अधिक लोगों के फोन कथित तौर पर व्हॉट्सएप के माध्यम से इजरायल स्पायवेयर पेगासस का उपयोग करने वाले ऑपरेटरों द्वारा निगरानी में रखे गए थे।

गुरुवार को द इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप व्हॉट्सएप ने मंगलवार को यूएस फेडरल कोर्ट में पेगासस-डेवलपर एनएसओ ग्रुप के खिलाफ मुकदमा दायर किया। व्हॉट्सएप ने इस बात की पुष्टि की कि भारत में पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को निगरानी के लिए निशाना बनाया गया था और हर एक से संपर्क किया गया था।

व्हॉट्सएप ने कहा है कि इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये कुछ अज्ञात इकाइयां वैश्विक स्तर पर जासूसी कर रही हैं। भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी का शिकार बने हैं। कहा जा रहा है कि ऑपरेटरों ने स्पाइवेयर को स्थापित करने के लिए मिस्ड वीडियो कॉल के माध्यम से स्मार्टफोन में प्रवेश किया।

वॉशिंगटन की एक रॉयटर्स रिपोर्ट में कहा गया है कि कई अमेरिकी-संबद्ध देशों में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को इस साल की शुरुआत में व्हॉट्सएप के माध्यम से हैकिंग सॉफ्टवेयर के साथ निशाना बनाया गया था। इंडियन एक्सप्रेस ने भारत में टार्गेट हुए सभी 17 लोगों से बात की। जिन लोगों को निशाना बनाया गया था उनमें मुख्य नाम तेलंगाना उच्च न्यायालय में अधिवक्ता और राजनीतिक कैदियों की रिहाई के लिए समिति के महासचिव रवींद्रनाथ भल्ला, जेल में बंद कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज और जगदलपुर लीगल और ग्रुप की सह-संस्थापक के लिए वकील शालिनी गेरा, नागरिक और दलित अधिकार कार्यकर्ता और विद्वान आनंद तेलतुम्बडे का है।

आनंद को एल्गर परिषद मामले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था और बाद में रिहा कर दिया गया था। इनके अलावा बस्तर स्थित मानवाधिकार वकील और कार्यकर्ता बेला सोमारी, नागपुर स्थित वकील निहाल सिंह राठौड़ की जासूसी भी की गई। राठौड़ भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार वकील-कार्यकर्ता सुरेंद्र गडलिंग के जूनियर हैं। राठौड़ के अलावा वकील जगदीश मेश्राम, मानवाधिकार वकील अंकित ग्रेवल, मुंबई स्थित नागरिक और पर्यावरण अधिकार कार्यकर्ता विवेक सुंदर, उपाधि प्रसाद चौहान, सीमा आज़ाद सरोज गिरि, अमर सिंह चहल, राजीव शर्मा आशीष गुप्ता जैसे दो दर्जन से ज्यादा लोगों की जासूसी की गई है।