दिल्ली आर्डिनेंस को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे को गुस्सा आ गया। दरअसल वो नाराज थे कि अरविंद केजरीवाल और वीके सक्सेना जिस तरह से सोशल मीडिया पर एक दूसरे से गुत्थमगुत्था हो रहे हैं, वो किसी भी तरीके से सही नहीं है।

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की कोर्ट में उन्होंने एक तरह से एलजी और सीएम को धमकी देते हुए कहा कि वो PIL दाखिल करने का विचार कर रहे हैं। उनका कहना था कि वो सुप्रीम कोर्ट से अपील करेंगे कि वो दिल्ली के सीएम और उप राज्यपाल के बीच की टसल पर कोई आदेश दे। उनका कहना था कि दोनों को चाहिए कि किसी भी समस्या के समाधान के लिए कानून के तहत काम करें। नियमों में जो बदलाव जरूरी हो वो करें। लेकिन जिस तरह से दोनों ट्विटर और फेसबुक पर लड़ने लग जाते हैं उससे एक गलत संदेश जा रहा है। वो इस बारे में गंभीरता से सोच रहे हैं।

सीजेआई की कोर्ट में दिल्ली आर्डिनेंस के बाद DERC पर चल रही थी सुनवाई

दरअसल साल्वे का गुस्सा तब भड़का जब सीजेआई की कोर्ट में दिल्ली आर्डिनेंस के बाद DERC पर सुनवाई चल रही थी। दोनों ही मुद्दों पर सीएम और एलजी फेसबुक और ट्विटर आपस में लड़ रहे हैं। साल्वे का कहना था कि दोनों का ध्याम मुद्दों को निपटाने से ज्यादा राजनीति करने में है। खास बात है कि दिल्ली विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन की नियुक्ति के मसले में खुद सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ तल्ख दिखे। उनका कहना था कि एलजी और सीएम आपस में बैठकर चर्चा करें तो कोई सार्थक हल निकल सकता है।

सीजेआई ने दोनों को आदेश भी दिया कि वो इस पद के लिए किसी एक नाम को उनके सामने रखें। दिल्ली आर्डिनेंस मामले में भी सीजेआई की कोर्ट में खासा गर्मागर्मी वाला माहौल रहा। केंद्र के फैसले से सीजेआई खफा थे। उनका यहां तक कहना था कि सुप्रीम फैसले के खिलाफ केंद्र ने संविधान को बदलने की कोशिश की है। क्या ये कदम सही है?