Santiago Martin Case: देश की सर्वोच्च अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के लिए जांच की प्रक्रिया में एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। कोर्ट ने एक फैसले में कहा है कि जांच एजेंसी ईडी किसी के लैपटॉप या मोबाइल फोन से डाटा एक्सेस नहीं कर सकती है। कोर्ट का यह बयान लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन केस में आया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस केस की जांच में 6 राज्यों के 22 ठिकानों पर रेड मारी थी और लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के रिश्तेदारों और करीबियों के पास से कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया है। ईडी ने यह सारा एक्शन मेघालय पुलिस की शिकायत के बाद लिया था।
इलेक्टोरल बॉन्ड की बड़ी खरीददार थी फ्यूचर गेमिंग
मेघालय पुलिस का आरोप है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने राज्य लॉटरी का बिजनेस गैरकानूनी तरीके से हथिया लिया है। ईडी ने इस छापेमारी में 12.41 करोड़ रुपये कैश जब्त किए थे।
बता दें कि फ्यूचर गेमिंग वही कंपनी है, जो कि इलेक्टोरल बॉन्ड की सबसे बड़ी खरीददार रही थी। इसने 2019 से 2014 1368 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे। इसने सभी पार्टियों को चंदा दिया था। फ्यूचर गेमिंग की ओर से तृणमूल कांग्रेस को सबसे ज्यादा 542 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। DMK 503 करोड़ रुपये के साथ दूसरे नंबर पर रही। इसके अलावा YSRCP को 154 करोड़ रुपये और बीजेपी को 100 करोड़ रुपये मिले थे।
कौन है जस्टिस मदन बी लोकुर, जिन्हें UN ने IJC का अध्यक्ष नियुक्त किया गया
एक साथ होगी फ्यूचर गेमिंग और अन्य केसों की सुनवाई
यह अहम फैसला सुप्रीम कोर्ट ने 13 दिसंबर को जस्टिस अभय एस. ओका और जस्टिस पंकज मित्तल की बेंच ने सुनाया। फ्यूचर गेमिंग केस की सुनवाई दूसरे मामलों के साथ होगी। फ्यूचर गेमिंग ने याचिका में जिन चार केस का जिक्र किया है उनमें अमेजन इंडिया के कर्मचारियों वाले मामले शामिल हैं।
अमेजन इंडिया के इन कर्मचारियों ने ED की ओर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मांगने को चुनौती दी थी। इसके अलावा न्यूज क्लिक का मामला भी है, जिसमें याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि 2023 में दिल्ली पुलिस की ओर से जब्त किए गए लैपटॉप और फोन को लेकर गाइडलाइन जारी की जाए।
सुप्रीम कोर्ट के जज बोले – ऐसे हम संवैधानिक उद्देश्यों को प्राप्त नहीं कर सकते
मौलिक अधिकारों की रक्षा का उठाया मामला
इस केस में याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में अपने संवैधानिक और मौलिक अधिकारों की रक्षा की मांग की है। खासतौर से निजता के अधिकार पर जोर दिया गया है। उन्होंने दलील दी है कि पर्सनल डिजिटल डिवाइस में ऐसी जानकारियां होती हैं, जो बेहद निजी होती हैं। ये जानकारियां किसी शख्स की निजी जिंदगी को भी सार्वजनिक करती हैं।
इस मामले में जब ED के वरिष्ठ अधिकारियों से निरोधक आदेश के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह अभूतपूर्व था, लेकिन यह कोई बड़ा झटका नहीं था क्योंकि उनके पास मामले में मार्टिन के खिलाफ अन्य महत्वपूर्ण भौतिक साक्ष्य थे। उन्होंने बताया कि वे डिजिटल साक्ष्य की खोज और जब्ती पर CBI के मैनुअल के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे थे।
फ्यूचर गेमिंग द्वारा दायर याचिका में ईडी की तलाशी के दौरान जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की 12 श्रेणियों की सूची दी गई है। इनमें 17 मोबाइल फोन (ज्यादातर डुअल सिम), डेटा डंप वाले कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और मार्टिन, उनके परिवार के सदस्यों और वरिष्ठ कर्मचारियों से जब्त किए गए कुछ ईमेल का बैक-अप शामिल है। सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।