श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना (SRRKS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मंगलवार को हत्या कर दी गई। इसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने आज जयपुर बंद बुलाया है। इस बीच सुखदेव की पत्नी का एक बयान वायरल हो रहा है। उनकी पत्नी शीला शेखावत ने कुछ साल पहले एक लोकल टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू दिया था। इस इंटरव्यू में उनसे पूछा गया था कि क्या वह सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के ‘जोखिम भरी’ पब्लिक लाइफ के बारे में चिंतित हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा था, “मुझे चिंता है लेकिन मुझे राजपूत भाइयों पर भरोसा है कि वे उनका समर्थन करेंगे और खड़े होंगे। कठिन समय में साथ देंगे।”
हनुमानगढ़ जिले के भादरा के निवासी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को अपना सरनेम उनके पैतृक गांव से मिला। अपने पिता अचल सिंह के नेतृत्व वाले मुख्य रूप से कृषक परिवार में जन्मे गोगामेड़ी भादरा के एक सरकारी स्कूल में मिडिल स्कूल तक पढ़ाई की। सन 2000 के बाद सुखदेव गोगामेड़ी ने राजपूत समुदाय के अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेना शुरू किया और यहां तक कि उनका नेतृत्व भी किया। वह महाराणा प्रताप को अपना आदर्श मानते थे।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने भादरा में तैयारी कीऔर इस विधानसभा सीट पर एक चुनाव लड़ा। वह 2013 के चुनावों के लिए बसपा से टिकट हासिल करने में कामयाब रहे थे। वह भाजपा और सीपीएम उम्मीदवार के बाद तीसरे स्थान पर रहे। सुखदेव को 30,000 से अधिक वोट मिले थे।
इसके बाद सुखदेव गोगामेड़ी को लोकेंद्र कालवी के नेतृत्व वाली श्री राजपूत कालवी सेना (SRKS) का प्रमुख बनाया गया, लेकिन दोनों के बीच मतभेदों के कारण कालवी ने उन्हें निष्कासित कर दिया। इसके बाद सुखदेव गोगामेड़ी ने SRRKS की स्थापना की। इस संगठन को जनवरी 2017 में जयपुर के जयगढ़ किले में पद्मावत की शूटिंग के दौरान फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली को थप्पड़ मारने के कारण प्रसिद्धि मिली। SRRKS ने भंसाली पर फिल्म में इतिहास से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था।
इस साल अप्रैल में SRRKS ने जयपुर में केसरिया महापंचायत का भी आयोजन किया और सामान्य जातियों के लिए आर्थिक कमजोर वर्ग (EWS) कोटा 10% से बढ़ाकर 14% करने की मांग की थी। सुखदेव गोगामेड़ी ने हाल ही में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भादरा से कांग्रेस का टिकट भी मांगा था, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। सोशल मीडिया साइट X पर उनकी आखिरी पोस्ट में उन्होंने कहा कि गलत टिकट वितरण और करणी सेना को नजरअंदाज करने के कारण कांग्रेस को नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि भादरा में ही कांग्रेस पांचवें स्थान पर खिसक गई।
सुखदेव गोगामेड़ी को कई मामलों का सामना करना पड़ा, जिनमें हत्या, बलात्कार आदि से संबंधित मामले शामिल थे। शीला शेखावत ने कहा, “मुझे (शादी से पहले) बताया गया था कि उसकी पृष्ठभूमि अच्छी नहीं थी, लेकिन मैंने उन्हें केवल अच्छा करते देखा है। अगर आप भादरा में ही देखें, जहां से उन्होंने चुनाव लड़ा था, उन्होंने गरीबों को छत दिलाने में मदद की, गरीब बेटियों की शादी कराई, ये सब उन्होंने किया। मैं उस पर गर्व करती हूं।” शीला भी SRRKS में शामिल हो गई थीं और इसकी महिला विंग की प्रमुख थीं।