पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में संदेशखाली इलाका पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय विमर्श का विषय बना हुआ है। इसके चलते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और उनके प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसको लेकर बीजेपी ने सीएम के खिलाफ मोर्चा खोलकर रखा है क्योंकि संदेशखाली में महिलाओं ने जिन लोगों पर आरोप लगाए हैं, वे सभी टीएमसी के नेता है। ऐसे में अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) अब इस मुद्दे में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की दोपहर वे भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष विकास सिंह के परिवार से मिलने पहुंचे थे। वहां इसके बाद वे थाने गए कथित तौर पर उन्हें प्रवेश करने से रोका गया। इसके बाद सुंकात सड़क पर बैठ गए। सुकांत का कहना है कि जब तक शाहजहां शेख की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वे यहीं रहेंगे। जरूरत पड़ी तो रात भर भी धरना जारी रहेगा।
गौरतलब है कि 8 दिन पहले 14 फरवरी को सुकांत संदेशखाली जाना चाहते थे लेकिन उन्हें रोका गया था। उस दिन सुकांत पुलिस की गाड़ी पर चढ़ गए थे। धक्का मुक्की में उन्हें चोटें भी आईं थीं। बशीरहाट अस्पातल में प्राथमिक इलाज के बाद उनका इलाज कोलकाता में हुआ था। सुकांत आज एक बार फिर संदेशखाली गए और पुलिस ने सुकांत को दोबारा धामाखाली में रोक लिया है। उन्हें समूह में संदेशखाली जाने की इजाजत नहीं थी। वह कम से कम एक पार्टी को अपने साथ ले जाना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी तो वे अकेले ही चले गए हैं।
वहीं संदेशखाली में थाने के अंदर गए सुकांत मजूमदार को पुलिस ने पहले चेतावनी दी और उसके बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हिरासत में लिया। पुलिस ने सुकांत को अन्य बीजेपी कार्यकर्ताओं – समर्थकों के साथ थाने के सामने धकेलते हुए धमाखली घाट ले जाने की कोशिश की। पुलिस के साथ धक्का मुक्की हुई। पुलिस से झड़प के दौरान सुकांत ने मीडिया ने कहा कि देखो पुलिस वाले मुझे कैसे धक्का दे रहे हैं। घसीट रहे हैं। देखिए कैसे गिरफ्तार कर रहे हैं।
सुकांत मजूमदार ने दावा किया है कि वह यह क्षेत्र नहीं छोड़ेंगे, जब तक संदेशखाली में गिरफ्तार किए गए हमारे सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को रिहा नहीं किया जाता है। इसके अलावा उन्होंने कहा है संदेशखाली का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख जब तक गिरफ्तार नहीं होता, तब तक वे अपना धरना नहीं खत्म करेंगे। इसको लेकर उनका पुलिस प्रशासन से टकराव जारी है। हालांकि उन्हें थोड़ी ही देर में हिरासत में भी ले लिया गया है।