Jammu-Kashmir News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस पर अब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘इससे हर कोई प्रभावित हो रहा है। अचानक, ट्रंप पाकिस्तान के दोस्त बन गए हैं। वे चाहते हैं कि हम रूसी तेल न लें। फिर भी उन्होंने पाकिस्तान से वादा किया है कि वे उन्हें कच्चा तेल भेजेंगे। हमारा कोई दोस्त नहीं बचा है, यहां तक कि हमारे पड़ोसी भी हमारे दोस्त नहीं हैं। हमने जो करने की कोशिश की है, वह यह दिखाने की है कि हम उनसे ज्यादा मजबूत हैं, बजाय इसके कि हम यह सोचें कि हम सब एक साथ हैं।’

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे जम्मू-कश्मीर में शांति आती हुई नजर नहीं आ रही है। मुझे लगता है कि हम यह सोचकर मूर्खता की दुनिया में जी रहे हैं कि शांति रातोंरात आ जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमारा एक मजबूत पड़ोसी है, चाहे वह पाकिस्तान हो या चीन।

आपको कलम उठानी होगी और चर्चा करनी होगी – फारू अब्दुल्ला

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘ किसी न किसी तरह, हमें कोई रास्ता निकालना ही होगा। युद्ध कोई रास्ता नहीं है। अंत में, आपको कलम उठानी होगी और चीजों पर चर्चा करनी होगी। इससे हमें क्या नुकसान होता है।’ कुलगाम में हो रहे एनकाउंटर पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जिस तरह से हम आगे बढ़ रहे हैं और इस देश का भविष्य क्या है, उससे मुझे बहुत दुख होता है।

वोट चोरी के आरोपों के बीच फारूक अब्दुल्ला ने दिया बड़ा बयान

कुलगाम एनकाउंटर पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला

फारूक अब्दुल्ला इतने पर नहीं रूके उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी नहीं कहा कि आतंकवाद खत्म हो गया है। जो लोग कह रहे थे कि अनुच्छेद 370 आतंकवाद के लिए जिम्मेदार है, वे इतने सालों तक यहां प्रभारी थे। पहलगाम हमला होने से पहले, केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि उन्होंने आतंकवादी कैंप को उखाड़ फेंका है। यहां तक कि पड़ोसी के साथ वर्तमान युद्ध में भी उन्होंने कहा कि उन्होंने आतंकवादियों को खदेड़ दिया है, तो कुलगाम मुठभेड़ कैसे हो रही है।’ अमित शाह के बयान के बाद फारूक अब्दुल्ला का पहला रिएक्शन