भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी अकसर अपने तीखे बयानों के लिए जाने जाते हैं। कई मौकों पर वे पार्टी लाइन के विरुद्ध जाकर बयान देते हुए नजर आते हैं। ऐसा ही बयान सुब्रमण्यम स्वामी ने न्यूज़ इंडिया 24 ×7 पर एक इंटरव्यू में दिया। इस इंटरव्यू उन्होंने कश्मीरी पंडितों, लाउडस्पीकर, हिजाब और भाजपा की लीडरशिप पर खुलकर बात की।
भाजपा में सामूहिक नेतृत्व नहीं: सुब्रमण्यम स्वामी ने इंटरव्यू में कहा इस समय हमारी लीडरशिप में मोदी के अलावा कोई और नहीं है। वोटिंग से कोई चीज तय नहीं होती जो बात मोदी जी कह देते हैं। वहीं सभी मान लेते हैं। वहीं सामूहिक नेतृत्व पर उन्होंने कहा कि आज के दौर भाजपा में सामूहिक नेतृत्व का सवाल ही नहीं उठता। सभी लोग एक व्यक्ति के इशारे पर कार्य कर रहे हैं।
कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का रास्ता बताया: सुब्रमण्यम स्वामी ने कश्मीरी पंडितों की घर वापसी पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि यदि उनके हाथ में होता तो वह एक लाख से अधिक भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को कश्मीर पहले बसाते। इसके लिए उन्हें अच्छ वेतन भी देते, जिससे घाटी में बसने वाले हिन्दू परिवारों की सुरक्षा को पुख्ता किया जा सकें।
चीन ने हड़पी भारत की जगह: चीन सीमा पर चल रहे विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी से पूछा गया कि भारत- चीन विवाद को लेकर सरकार चुप है। इस पर उन्होंने कहा कि चीन के लोग यहां पहुंच गए और 4 हजार किलोमीटर से ज्यादा जगह हड़पी ली। ये लोग कहते हैं कि कोई आया ही नहीं । वहीं, रूस- यूक्रेन विवाद पर कहा कि यूक्रेन एक लोकतांत्रिक देश है। संयुक्त राष्ट्र का सम्मानित सदस्य है। रूस के सैनिक वहां जाकर आम लोगों पर गोली बरसा रहे हैं। इसको कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं।
स्कूल में हिजाब अनुसाशनहीनता: स्कूल में हिजाब के मुद्दे पर स्वामी ने कहा कि यदि कोई स्कूल हिजाब को अपना ड्रेस कोड मानता है। तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन जब हिजाब स्कूल ड्रेस का हिस्सा नहीं तो फिर ये एक अनुसाशनहीनता है क्योंकि स्कूल में सभी बच्चों को एक समान दिखना होता है।
लाउडस्पीकर के मुद्दे पर स्वामी ने कहा कि मुझसे कई बंगाल और बिहार के सुप्रीमकोर्ट के जजों ने कहा कि अजान के कारण वह ठीक से सो नहीं पाते हैं। ये तो एक सामाजिक उपद्रव (Public Nuisance) है।
