बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी से जब एक ट्विटर यूजर ने अपनी शिकायत बताई तो स्वामी ने यूजर को अपने सांसद से मदद मांगने को कहा। जब एक दूसरे यूजर ने कहा कि स्वामी भी तो नोमिनेटेड सांसद होने के नाते सबके लिए काम कर सकते हैं। इसका जवाब देते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अगर संबंधित सांसद उनको फोन कर ऐसा करने के लिए कहेगा तो वह जरूर करेंगे।
ट्विटर पर ललित यादव (@lalityadav16) ने सुब्रमण्यम स्वामी को टैग करते हुए लिखा था, ‘ हम घर से एमबीए कर रहे हैं लेकिन हमसे इसकी पूरी फीस वसूली जा रही है। क्यों पीएमओ, सुप्रीम कोर्ट और शिक्षा मंत्री निशंक कुछ नहीं कर रहे हैं ?’ इसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी का जवाब आया। सांसद ने लिखा, आप अपने सांसद को शिक्षा मंत्री को चिट्ठी लिखने को कहिए।
इसके बाद अरविंद वेणुगोपाल (@aravind_ksv) ने कहा, ‘ स्वामी जी आप तो पूरे देश के लिए एक नोमिनेटेड सांसद हैं। आप क्यों कोई कदम नहीं उठाते अगर बाकी सांसद कुछ नहीं कर रहे हैं।’ इसका जवाब देते हुए स्वामी ने लिखा , ‘तो फिर संबंधित सांसद को मुझे फोन करना चाहिए कि वह ऐसा नहीं कर सकता है। आप कर दीजिए। राजनीति में खींचतान होती है। यहां संभल कर कदम रखना होता है।’
So then area MP must write to me or phone me to say he cannot do it. Politics is full of turf war, on thin ice skiing.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 13, 2021
बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को COVID-19 प्रबंधन का प्रभारी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को बनाने का सुझाव दिया था। एक ट्वीट में, फायरब्रांड बीजेपी नेता ने एक तीसरी COVID-19 लहर की भी चेतावनी दी जो बच्चों को अधिक लक्षित कर सकती है और सरकार से इस लड़ाई का नेतृत्व गडकरी को सौंपने का आग्रह किया। ‘
स्वामी ने ट्वीट किया, “भारत कोरोनो वायरस महामारी का सामना उसी तरह करेगा जिस तरह देश ने इस्लामी आक्रमणकारियों और ब्रिटिश साम्राज्यवादियों का किया था। हम एक और लहर का सामना कर सकते हैं जो बच्चों को लक्षित करती है जब तक कि अब सख्त सावधानी नहीं बरती जाती। इसलिए मोदी को गडकरी को कोरोना से लड़ाई का संचालन सौंपना चाहिए। पीएमओ पर भरोसा करना बेकार है। ”