अगले साल उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव होने को हैं। चुनाव नजदीक आते ही सभी पार्टियों ने अपने विपक्षी दलों के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। भाजपा और सपा के बीच भी वार-पलटवार का दौर जारी है। लेकिन मुलायम परिवार की छोटी बहू अपर्णा यादव कई मौकों पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ़ कर चुकी हैं। इन्हीं वजहों से कई बार उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी लग चुकी हैं। हालांकि वह इन अटकलों को कई बार खारिज कर चुकी हैं।

साल 2017 में हुए उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अप्रैल महीने में मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने एक सप्ताह के अंदर योगी आदित्यनाथ से दो बार मुलाक़ात की थी। इसके बाद इस मुलाकात के सियासी मायने खोजे जा रहे थे। इसी मुद्दे पर आजतक न्यूज चैनल से बातचीत करने के दौरान अपर्णा यादव से पूछा गया कि आपके बीजेपी में जाने की अटकलें लग रहीं हैं और आप अखिलेश यादव को इस मुलाक़ात के जरिए संदेश देना चाहती थीं।

इसके जवाब में अपर्णा यादव ने कहा कि उनसे कोई बात नहीं छुपी है। जब उनकी सरकार थी तब भी मुलाक़ात हुई थी। महंत जी (योगी आदित्यनाथ) के गुरु जी के श्रद्धांजलि पर मुलायम सिंह ने उन्हें फोन किया था। ये सारी बातें उनको पता है। मैं कोई संदेश नहीं देना चाहती हूं। ये सारी अटकलें हैं। मुझे लगता है कि समय आदमी के सारे जवाब दे देता है। कुछ सवाल को उसके गर्भ में ही छोड़ देना चाहिए।  

इसके अलावा जब उनसे योगी आदित्यनाथ के साथ वाली तस्वीर को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम शिष्टाचार भेंट के लिए गए थे। वो सबके मुख्यमंत्री हैं। क्योंकि मैं उत्तरप्रदेश की नागरिक हूं। इसलिए वो मेरे भी मुख्यमंत्री हैं। संवैधानिक रूप से वह राज्य के मुखिया हैं।

साल 2017 में लखनऊ कैंट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से चुनाव हारने के बाद अपर्णा यादव एक बार फिर से चुनावी क्षेत्र में किस्मत आजमाने की कोशिश कर रहीं हैं। हालांकि उन्होंने इसका फैसला मुलायम सिंह यादव पर छोड़ दिया है। पिछले दिनों अपर्णा यादव ने कहा कि मैं हमेशा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का कहा मानती हैं। वो जैसा कहेंगे, मैं वैसा ही करूंगी। वे जिस सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहेंगे। मैं वहां से तैयार हूं।