भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने फिक्स्ड डिपॉजिट्स (एफडी) पर दी जाने वाली ब्याज दर घटा दी है। सोमवार (29 जुलाई, 2019) को एसबीआई ने यह फैसला मौजूदा समय में अपने नकद धन बहुतायत में होने और ब्याज दरों में गिरावट के परिदृश्य का हवाला देते हुए लिया। बैंक ने कहा कि नई ब्याज दरें एक अगस्त, 2019 से प्रभावी होंगी।
एसबीआई के बयान के मुताबिक, लघु अवधि की 179 दिन की सावधि जमा पर ब्याज दर में 0.5 से 0.75 प्रतिशत की कटौती की गई है। वहीं, दीर्घावधि की सावधि जमाओं पर खुदरा खंड में ब्याज दर में 0.20 और थोक जामा खंड में 0.35 प्रतिशत की कटौती की गई है। बैंक ने इसके अलावा दो करोड़ रुपए और उससे अधिक की थोक जमा पर भी ब्याज दर घटाई है।
तीन साल से पांच साल के भीतर मैच्योर होने वाली एफडी पर एसबीआई 6.60 फीसदी ब्याज मुहैया कराएगा, जबकि पहले यह आंकड़ा 6.70 प्रतिशत था। वहीं, पांच साल से 10 साल के बीच मैच्योर होने वाली एफडी पर बैंक ने ब्याज 6.60 से घटाकर 6.50 फीसदी कर दी है। एसबीआई ने इससे पहले भी कुछ चीजों पर ब्याज दरों में कटौती थी, जो कि नौ मई, 2019 से लागू हुई थी।
1 अगस्त, 2019 से एफडी पर ये नई ब्याज दरें लागू होंगी।
मध्यावधि डिपॉजिट्स (एक साल से लेकर दो साल से कम तक) पर बैंक ने ब्याज दर में 20 बेसिस प्वॉइंट्स की कमी की है। अब इस प्रकार के डिपॉजिट्स में महज 6.80 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
बता दें कि वित्तीय व्यवस्था के तहत ब्याज दर में आई गिरावट के चलते कई और बैंक भी इंटरेस्ट रेट में कमी ला चुके हैं। मसलन एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक महिंद्रा बैंक समेत कुछ और बैंकों ने इसी महीने की शुरुआत में अपनी एफडी की ब्याज दरों में संशोधन किया था।