West Bengal Schools Recruitment Scam: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में 25,753 टीचर्स और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति को अवैध करार दिया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी आज नौकरी गंवाने वाले टीचर्स से मुलाकात करेंगी। ममता बनर्जी से मिलने से पहले इन्हीं में से एक टीचर यास्मीन परवीन ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री से बहुत सारी उम्मीदे हैं। सात साल तक नौकरी करने के बाद हम बेरोजगार हो गए हैं।
यास्मीन परवीन ने समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘हम यहां पर आएं हैं तो उम्मीद लेकर ही आए हैं। हमें मुख्यमंत्री से भी बहुत उम्मीद है। अब देखते हैं कि उम्मीद कितनी पूरी होती है। हम आखिर तक अब उम्मीद पर ही रहेंगे। हम लोगों ने सारी प्रक्रियाएं पूरी करके तीन-तीन जगह क्वालिफाई करके सात साल सर्विस करके आज हम लोग सड़क पर हैं। तो हमें अभी भी उम्मीद ही है। दीदी से यही रिक्वेस्ट है कि हमें हमारी जॉब वापस दे दीजिए। हमें कुछ और नहीं चाहिए, बस अपनी जॉब वापस चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट से फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया
एक टीचर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि वह हम लगभग 19,000 बेदाग लोगों के दर्द को समझेंगी। हम हाईकोर्ट में हार गए, लेकिन इस उम्मीद के साथ सुप्रीम कोर्ट गए कि हम जीतेंगे, लेकिन दुख की बात है कि फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया। हम इस घोटाले में फंस गए हैं। हम दोबारा परीक्षा में शामिल नहीं होंगे और हम क्यों शामिल हों। आदेश के अनुसार, दागियों को पिछले 6 महीनों में वेतन के रूप में जो भी कमाया है, उसे ब्याज सहित वापस करने के लिए कहा गया है।
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वहीं एक अन्य टीचिंग स्टॉफ के सदस्य ने कहा कि ‘जो लोग संस्थानों में हैं और जिन्होंने धोखाधड़ी की है उन्हें जेल में डाल दिया जाना चाहिए। जब हमने परीक्षा पास की, इंटरव्यू दिया और फिर चुने गए तो हमें सजा क्यों दी जा रही है? हमारे साथ इतना बड़ा घोटाला क्यों हुआ?’
क्या है पश्चिम बंगाल का शिक्षक भर्ती घोटाला
यह पूरा मामला पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (SSC) की तरफ से आयोजित 2016 की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता से जुड़ा है। इसमें 24,640 पदों के भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें 23 लाख कैंडिडेट्स शामिल हुए थे। आयोग ने कुल 25,753 नियुक्ति पत्र जारी किए थे। इन नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया गया था। इसके बाद यह मामला अदालत पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि यह पूरी प्रक्रिया ही दागदार और दूषित थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या बोली सीएम ममता बनर्जी…