राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवाद रोधी कानून के तहत अलगाववादी आसिया अंद्राबी के एक मकान को जब्त कर लिया है।
अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में बंद अंद्राबी की आवासीय संपत्ति आतंकवाद संबंधी निधि से खरीदी गई थी। मकान को गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) कानून के प्रावधानों के तहत जब्त किया गया।
एनआईए के ऐसा करने के बाद आसिया अपनी यह संपत्ति तबतक नहीं बेच सकती जबतक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है। इस कार्रवाई को लेकर एनआईए का कहना है कि आसिया के घर की तलाशी नहीं ली गई , मनी लॉड्रिंग (धनशोधन) को लेकर उनकी इस संपत्ति को अटैच किया गया है।
Srinagar: National Investigation Agency (NIA) attaches residence of Kashmiri separatist leader Asiya Andrabi as per provisions of the Unlawful Activities (Prevention) Act pic.twitter.com/CrwEOxyoRz
— ANI (@ANI) July 10, 2019
बबता दें कि पिछले महीने एनआईए ने आरोप लगाया था कि आतंक के वित्तपोषण के लिए कट्टरपंथी अलगाववादी नेताओं को विदेश से मिलने वाले पैसे से अलगाववादी नेता संपत्ति खरीदने से लेकर अपने बच्चों को विदेशों में पढ़ाने में भी खर्च करते हैं। जांच में आसिया ने यह भी स्वीकार किया है कि उन्हें विदेश से चंदा मिलता रहा है और दुख्तरान ए मिल्लत घाटी में मुस्लिम महिलाओं द्वारा प्रदर्शन भी कराता आया है।
कौन है आसिया अंद्राबी?
एनआईए ने जिस आसिया अंद्राबी पर शिकंजा कसा है उसे कश्मीर की पहली महिला अलगाववादी नेता माना जाता है। आसिया महिला संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की संस्थापक हैं। हालांकि भारत सरकार ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा रखा है। पाकिस्तान का कुख्यात आतंकी हाफिज सईद आसिया को अपनी मुंहबोली बहन मानता है। आसिया का संगठन दुखतरान-ए-मिल्लत हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का महिला धड़ा है। 56 वर्षीय आसिया पर देश के खिलाफ जंग छेड़ने का आरोप है। आसिया अंद्राबी पर हर 14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा फहराने, घाटी में लड़कियों को सुरक्षाबलों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के लिए भड़काने सहित कई मामले दर्ज हैं