विश्वभर में प्रसिद्ध सद्गुरु जग्गी वासुदेव बुधवार को मुंबई के एक्सप्रेस अड्डा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कई विषयों पर चर्चा की। इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा ‘पाकिस्तान में भी मेरे काफी समर्थक हैं।’
सद्गुरु भारत के कोयंबटूर में स्थित ईशा फाउंडेशन के संस्थापक हैं। इस फाउंडेशन की स्थापना 1992 में हुई थी। यह फाउंडेशन आश्रम चलाता है जहां आध्यात्मिक शिक्षा के साथ योग सिखाया जाता है। इसके अलावा सद्गुरु योगी, रहस्यवादी, लेखक, कवी, दिव्यदर्शी और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता हैं।
इस दौरान उन्होंने एनवायरनमेंट पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि एनवायरनमेंट लवर होना बड़ी बात नहीं है मगर एनवायरनमेंट पॉलिसी के लिए पहल करना आसान नहीं है। हालांकि हमने जलवायु परिवर्तन को लेकर मोटरसाइकिल राइडिंग में लगभग 3.91 अरब लोगों को अपने साथ जोड़ा है। इसके अलावा उन्होंने सालों बाद अपने बाइक चलाने के अनुभव पर भी बात की।
यूट्यूबर कैरीमिनाटी पर तंज
यूट्यूबर कैरीमिनाटी के रोस्ट करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ”लोग मुझे भगवान माने या मेरा मजाक उड़ाएं मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे लिए दोनों ही एक समान है। मैं वह नहीं हूं जिसके ऊपर लोगों के ओपिनियन का असर पड़ता है। मैं सेल्फमेड हूं। मैं अपने रास्ते खुद बनाता हूं। अगर पूरी दुनिया भी मुझे लेकर कोई बात बोले तो भी मेरे ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि हर इंसान अपने घर में एक इंफ्लुएंसर है। तो अगर आपको 40 मिलियन लोग फॉलो करते हैं तो उनके प्रति आपकी भी कोई जिम्मेदारी बनती है। यानी उन्होंने बिना नाम लिए ही यूट्यूबर कैरीमिनाटी पर तंज कस दिया।
किसान का बेटा नहीं बनना चाहता किसान
एनवायरनमेंट के लिए क्या भारत पश्चिमी देशों से कम काम कर रहा है? इस पर सद्गुरु ने कहा कि भारत एनवायरनमेंट के लिए काफी काम कर रहा है। वहीं भारत के किसानों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज किसान का बेटा खुद किसान नहीं बनना चाहता है। वह तो खेत बेचने की सोचता है। वह स्कूल जाकर पढ़ाई करता है, नौकरी करता है, विदेश चला जाता है मगर किसानी नहीं करना चाहता और ऐसा करने वाले लोगों का संख्या काफी अधिक है।
जिंदगी के बारे में उन्होंने कहा कि खुद को खुद में कैद करके मत रखो। अपनी भावनाओं को एक्सप्रेस करो। किसी की मदद करो। किसी काम में अपना योगदान दो।
वन नेशन वन इलेक्शन पर कही बड़ी बात
सदगुरु ने वन नेशन वन इलेक्शन के पक्ष में बात की। उन्होंने कहा कि नेता चुनाव के पहले ड्रामा करते हैं। अरे जनता आपको इसलिए वोट करेगी कि आपने क्या काम किया है। आपकी नौटंकी देखकर वो आपको वोट नहीं करने वाली है। जब तक प्रचार करना है करें मगर चुनाव जीतने के बाद 5 साल तक सिर्फ काम करें।
41 मजदूरों के टनल में फंसने और उनके रेस्क्यू को लेकर उन्होंने कहा कि इतनी पतली पाइप से कितना खाना अंदर जाता होगा यह सभी जानते हैं मगर इतना भोजन जाता होगा जिसे खाकर वे जिंदा रह सकें। अच्छा गेम खेला गया। वहां मंदिर बनाया गया। पूजा की गई। उन्होंने आगे कहा कि लोगों की मेंटल हेल्थ ठीक रहना काफी जरूरी है मगर यह लोगों के लिए काफी महंगा है।