स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (संशोधन) विधेयक मंगलवार को राज्यसभा में पास कर दिया गया। विधेयक को चर्चा के बाद ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है।  गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान कहा कि सुरक्षा को स्टेटस सिंबल नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह संशोधन विधेयक गांधी परिवार को ध्यान में रखकर नहीं लाया गया।

गृह मंत्री ने कहा कि ‘सुरक्षा को स्टेटस सिंबल नहीं बनाया जा सकता। सिर्फ एसपीजी की ही मांग की जाती है आखिर क्यों? एसपीजी सुरक्षा सिर्फ ‘हेड ऑफ द स्टेट’ के लिए है और इसे हम हर किसी को नहीं दे सकते। हम एक परिवार (गांधी) का विरोध नहीं कर रहे बल्कि वंशवाद की राजनीति का विरोध कर रहे हैं। इससे पहले इस विधेयक में जो भी संशोधन किए गए थे वह एक ही परिवार को ध्यान में रखकर किए गए थे।’

शाह ने कहा, ‘ऐसी भी बात देश के सामने लाई गई कि गांधी परिवार की सरकार को चिंता नहीं है। हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि सुरक्षा हटाई नहीं गई है। सुरक्षा बदली गई है। उन्हें जेड प्लस सीआरपीएफ कवर, एएसएल और एम्बुलेंस के साथ सुरक्षा दी गई है ।’

बता दें कि सरकार गांधी परिवार को दी गई एसपीजी सुरक्षा हटा चुकी है अब इन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है जिसकी जिम्मेदारी सीआरपीएफ के जवान संभालते हैं। हालांकि केंद्र के इस फैसले को कांग्रेस ने बदले की राजनीति बताया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सुरक्षा चूक पर कांग्रेस की शिकायत पर शाह ने कहा कि गेट पर राहुल गांधी के पहुंचने की सूचना मिली थी। परिवार के लोगों की सुरक्षा जांच नहीं होती। गाड़ी में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे थे। आपको बता दें कि कुछ ही दिनों प्रियंका गांधी के आवास पर कुछ अज्ञात लोग कथित तौर पर घुस गए थे। कहा गया कि अज्ञात लोगों ने इस दौरान सेल्फी लेने की बात कही। प्रियंका गांधी की सुरक्षा में हुई इस चूक का मुद्दा सीआरपीएफ के सामने भी उठाया गया था।