केंद्र सरकार की तरफ से गाय और गौ-शाला के विकास के लिए सोमवार (16 मई) को किया गया कार्यक्रम कई वजहों से फेल हो गया। यह कार्यक्रम कृषि और पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से करवाया गया था। जिसमें गाय की संख्या में इजाफे, दूध की पैदावार बढ़ाने और मवेशियों की स्वदेशी किस्मों के प्रति रुचि जगाने की बात की जानी थी।
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सबसे पहला बवाल इसी बात पर हुआ कि स्वदेशी गाय के पालन-पोषण को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम में बांटी गई बुकलेट में लगी फोटो ही विदेशी गाय की थी। इसके बाद वहां आए लोग दोनों मंत्रालयों के मंत्री राधा मोहन सिंह और प्रकाश जावड़ेकर के इंग्लिश में भाषण देने पर भी नाराज हो गए। इसके बाद तो विज्ञान भवन में ‘भारत माता की जय’, ‘गौमाता की जय’ के नारे गूंजने लगे।
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वहीं, मंत्रियों के भाषण के दौरान लोग चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे थे कि उन्हें गौशाला के लिए बनाई गई सरकार की किसी भी स्कीम का फायदा नहीं हो रहा है। हालांकि, इसपर कृषि मंत्री राधा मोहन ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ गांवों का दौरा किया है जहां पर सरकार की स्कीम पर काम हो रहा है।
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फिर लोगों ने गौ-हत्या पर पाबंदी पर भी सवाल उठाए। इसके बाद जो कार्यक्रम शाम तक चलना था उसे चाय के एक ब्रेक के बाद ही खत्म कर दिया गया। इस कार्यक्रम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी आने वाले थे जो कि किसी और काम की वजह से इसमें शामिल नहीं हो पाए।