ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रही एक डिबेट के दौरान औरंगजेब पर पूछे गये एक सवाल से सपा प्रवक्ता अजीज खान बचते रहे। उन्होंने कहा कि औरंगजेब और मुगलों से हमारा कोई लेना-देना नहीं। हम मुगल खानदान के नहीं हैं। अब मौजूदा शासक पर बात होनी चाहिए।

एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान एंकर ने सपा प्रवक्ता अजीज खान से औरंगजेब को लेकर सवाल किया है। एंकर ने अजीज खान से पूछा कि क्या आप मानते हैं कि औरंगजेब एक क्रूर शासक था, जो सवा मन जनेऊ जलाता था, हिंदुओं को प्रताड़िता था। इस पर अजीज खान औरंगजेब पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

उन्होंने कहा कि पहले मौजूदा शासक पर चर्चा होनी चाहिए। एंकर ने अजीज खान से कहा कि तो कह दीजिए कि औरंगजेब अच्छा शासक था? इस सवाल के जवाब में अजीज खान ने कहा, ”न मैं मुगल हूं, न मुगल मेरा खानदान था, मुगल से मेरा कोई लेनादेना नहीं है। उसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।” इसके जवाब में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि चलिए हम बताते हैं कि औरंगजेब क्या था? उसने हिंदुओं के साथ क्या किया, मंदिरों के साथ क्या किया, उसको भी छोड़ दीजिए। उसने अपने परिवार के साथ क्या किया वो बताते हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने बताया कि औरंगजेब चार भाई थे। उसके तीन भाइयों का नाम- शुजा, मुराद और दाराशिकोह था। उसने तीनों का सिर काट दिया। और बुढ़ापे में अपने बाप को जेल में रखा। इतने से भी उसको संतोष नहीं हुआ तो उसने अपने बड़े भाई का सिर काटकर और उसको थाली में सजाकर जेल में बंद बाप को भेजा। उन्होंने पूछा कि क्या आप अपने परिवार में चाहते हो कि औरंगजेब जैसा भाई हो? एक भाई अपने तीन भाइयों के सिर काटे और बुढ़ापे में अपने बाप को जेल में रखे। बड़े भाई का सिर काटकर थाली में सजाकर दे।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा औरंगजेब जैसे हैवान व्यक्ति का कभी जीवन में समर्थन नहीं करना चाहिए। उसके नाम से जुड़ी किसी चीज से संबंध नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि जो लोग गंगा-जमुनी तहजीब की बात करते हैं। क्या उनको पता है कि गंगा-जमुनी तहजीब कहां से आई है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के बड़े भाई दारा शिकोह ने किताब लिखी थी ‘मंजूबल बहरीन’ जिसका मतलब था ‘दो समुद्रों’ का मिलन। उन्होंने कहा कि कोई दारा शिकोह का नाम नहीं लेता। औरंगजेब के साथ खड़े होते हैं, दारा शिकोह के साथ क्यों नहीं खड़े होना चाहते।

सपा प्रवक्ता अजीज खान ने कहा कि औरंगजेब ने तो राज के लिए अपने भाई का सिर काटा, आज जो स्थिति है, उससे पूरे देश में नफरत का माहौल है। आज तो तमाम सिर कटे जा रहे हैं। तमाम लोग मारे जा रहे हैं, आत्महत्या कर रहे हैं। इसके जवाब में सुधांशु त्रिवेदी ने अजीज खान से कहा कि आपको याद नहीं है कि सत्ता के लिए मुलायम सिंह ने हिंदुओं पर गोली चलवाई थी। इसके बाद छाती ठोककर कहा था, ”मैं इससे ज्यादा क्या कर सकता हूं।”