सपा प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को यूपी के चंदौली का दौरा किया। इस दौरान मनराजपुर पहुंचकर अखिलेश यादव ने पुलिस की दबिश के दौरान जान गंवाने वाली लड़की के परिजनों से मुलाकात कर लड़की के पिता को सांत्वना दिया। इस दौरे पर अखिलेश यादव प्राइवेट विमान से पहले वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे थे जहां उनका सपा नेताओं ने जोरदार स्वागत किया। जिसके बाद वो सड़क मार्ग से चंदौली के लिए निकले।

अखिलेश यादव क्या बोले: चंदौली-वाराणसी के दौरे पर पहुंचे अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से मिलने से पहले कहा कि यूपी में पुलिस थाने अराजकता के केंद्र बन गये हैं। दबिश के बहाने दबंगई करती है पुलिस। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस मनराजपुर गांव में किसी ना किसी की जान लेने की तैयारी में गई थी। उन्होंने कहा कि मुझे सरकार की जांच पर कोई भरोसा नहीं है। अगर हाईकोर्ट के सीटिंग जज के अंदर जांच हो तो न्याय मिलने की उम्मीद है।

अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए योगी सरकार पर आरोप लगाया कि जो सरकार चुनाव जिताने में पुलिस को लगा दे, उससे न्याय की क्या उम्मीद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि थानों में दलाली का सेंसेक्स बढ़ रहा है। जाति के आधार पर थानों में फैसले हो रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा, “आंकड़ों को देखें तो सबसे ज्‍यादा फेक एनकाउंटर और कस्‍टोडियल डेथ कहीं अगर हो रहे हैं तो उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं।”

राजा-महाराजाओं के पास महलों के कागज नहीं: चंदौली के नगर चकिया में बसाए गए 400 परिवारों को अवैध ठहराए जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि देश के कुछ राजा महाराजाओं के पास तो कागज हो सकते हैं लेकिन यूपी में जितने भी राजा महाराजा हैं, उनके पास भी अपने महलों के कागज नहीं हैं। सपा प्रमुख ने कहा कि अवैध ठहराए गये गरीब परिवारों के साथ हम हैं। हमारी सरकार बनने पर उनके साथ न्याय होगा।

परिवार ने की मांग: पीड़ित परिवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मेरी सत्ता पक्ष से मांग है कि बिटिया की हत्या में जो भी मुजरिम हैं उन्हें गिरफ्तार कर धारा 302 लगाई जाये और उन्हें फांसी की सजा दी जाये। वहीं लड़की की मां ने रोते हुए कहा कि मैं अपनी बेटी के लिए इंसाफ चाहती हूं। मृतका की मां ने कहा कि मुझे शासन से कोई उम्मीद नहीं है कि इंसाफ मिल पायेगा।

क्या है चंदौली का मामला: बता दें कि एक मई की दोपहर को चंदौली के सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में पुलिस जिला बदर के आरोपी कन्हैया यादव के घर दबिश डालने गई थी। आरोप के मुताबिक इस दबिश के दौरान कन्हैया यादव की पुत्री निशा यादव उर्फ गुड़िया की मौत हो गई थी। जिसकी मजिस्ट्रेट जांच हो रही है। इस मामले में राजनीतिक हलचलें भी तेज हो गई हैं। अखिलेश यादव से पहले भी कई अन्य पार्टियों के नेताओं मृतका के परिजनों से मुलाकात की।