Vijay Meet Prashant Kishor: तमिलनाडु की राजनीति में कई बड़े एक्सपेरिमेंट होते हुए दिख रहे हैं, कई एक्टर भी अपनी पॉलिटिकल पार्टी लॉन्च कर सियासी समीकरण बदलने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। ऐसे ही एक एक्टर हैं विजय जिन्होंने कई महीनों की मेहनत के बाद अपनी खुद की पार्टी तमिलनाडु में लॉन्च कर दी है। उनकी पार्टी का नाम है Tamilaga Vettri Kazhagam। विजय पहले ही कह चुके हैं कि आने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में वे पूरी तरह सक्रिय राजनीति में आ जाएंगे। अब इस बीच विजय की मुलाकात प्रशांत किशोर से हुई है जो पहले चुनावी रणनीतिकार थे, लेकिन अब बिहार में अपनी खुद की पार्टी लॉन्च कर चुके हैं।
इस समय अटकलें लगाई जा रही हैं कि आखिर क्यों प्रशांत किशोर की सुपरस्टार विजय से यह मुलाकात हुई है। कहीं ऐसा तो नहीं तमिलनाडु चुनाव में कोई नया गठबंधन बनने वाला हो, सियासी गलियारों में चर्चा तो ऐसी भी चल रही है कि विजय की पार्टी AIADMK के साथ गठबंधन कर सकती है। लेकिन प्रशांत किशोर की इस मुलाकात को लेकर विजय की पार्टी ज्यादा कुछ भी बोलने से बच रही है। विजय का चुनाव मैनेज करने वाले आधाव अर्जुना ने तो दो टूक कहा है कि प्रशांत किशोर के साथ हुई मुलाकात सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट थी।
एक दूसरे नेता ने इसी मुलाकात को लेकर कहा कि अर्जुना की तरफ से पहले ही वादा किया गया था कि दोनों नेताओं की एक मुलाकात होगी, लेकिन इसमें इससे ज्यादा कुछ और समझने की जरूरत नहीं है। उस नेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि अब प्रशांत किशोर कोई रणनीतिकार नहीं है बल्कि एक राजनेता हैं, ऐसे में अगर विजय की उनके साथ मुलाकात हुई है तो इसे दो नेता की मुलाकात के तौर पर देखा जाना चाहिए।
वैसे तमिलनाडु की राजनीति में इस समय और भी काफी कुछ खास चल रहा है। AIADMK को लेकर कहा जा रहा है कि वो प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक के साथ एक डील कर सकती है। माना जा रहा है कि कंपनी तमिलनाडु के चुनाव में विजय की पार्टी का विजय की पार्टी के साथ गठबंधन करवा सकती है। लेकिन रणनीतिकार प्रशांत किशोर के ही एक करीबी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब प्रशांत कोई पॉलिटिकल स्ट्रेटिजिस्ट नहीं हैं, वे एक नेता बन चुके हैं। ऐसे में अब किसी भी सूरत में प्रशांत किशोर AIADMK के साथ एक रणनीतिकार के तौर पर काम नहीं कर सकते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि आखिरी बार प्रशांत किशोर ने एक रणनीतिकार के तौर पर ममता बनर्जी के लिए पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के दौरान काम किया था। उस चुनाव में टीएमसी को प्रचंड जनादेश हासिल हुआ था और बीजेपी का सरकार बनाने का सपना चकनाचूर हुआ था। वैसे सपना तो केजरीवाल का भी चकनाचूर हुआ है, गलतियों की वजह से दिल्ली से सरकार चली गई। वो गलतियां जानने के लिए यहां क्लिक करें
Arun Janardhanan की रिपोर्ट