कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से गुरुवार को नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पूछताछ की गई। गुरुवार को सोनिया गांधी से पूछताछ में जाने तमिलनाडु कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से सोनिया गांधी का एक पुराना वीडियो शेयर किया गया। इस वीडियो में सोनिया गांधी ये कहते हुए दिखाई दे रही हैं कि ‘मैं इंदिरा जी की बहू हूं और किसी से भी नहीं डरती हूं।’सोनिया गांधी के ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।

सोनिया गांधी का ये बयान उस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जब उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने अपने दफ्तर नेशनल हेराल्ड मामले में पूछ ताछ के लिए बुलाया था। आपको बता दें कि ये वीडियो दिसंबर 2015 का है जब पहली बार नेशनल हेराल्ड मामले में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश होने से पहले सोनिया गांधी पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थीं। तब सोनिया गांधी ने उन्हें जवाब देते हुए कहा था, जो करना है कोर्ट को करना है, मैं इंदिरा गांधी की बहू हूं, किसी से नहीं डरती। आपको बता दें कि गुरुवार को सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को लेकर देशभर में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया।

ईडी की कार्रवाई पर विपक्षी दल का आरोप

वहीं ईडी की पूछताछ के विरोध में देश के विपक्षी दलों ने सरकार पर एजेंसी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि आज सुबह से दिल्ली पुलिस यकीनन केंद्रीय गृह मंत्री के आदेश से मीडिया को कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में प्रवेश नहीं करने दे रही है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की मानसिकता प्रदर्शित करती है और इनसे इसी बात की उम्मीद की जा सकती है। वहीं आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए एक आंकड़ा साझा किया है जिसके मुताबिक ईडी ने 14 सालों में 16,000 से ज्यादा केस दर्ज किए लेकिन आरोप सिर्फ 15 मामले में सिद्ध कर पाई।

नेशनल हेराल्ड को लेकर राहुल-सोनिया पर क्या आरोप?

कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर नेशनल हेराल्ड अखबार को लेकर मनी लांड्रिंग के आरोप लगाए गए हैं। आपको बता दें कि नेशनल हेराल्ड अखबार घाटे में चल रहा है। इसको लेकर पैसों की हेरा-फेरी और धोखाधड़ी के जरिए पैसे हड़पने का आरोप है। इसी मामले में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक नवंबर साल 2012 को मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद साल 2014 में 26 जून को सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने समन जारी कर दिया। एक अगस्त 2014 को इस मामले पर प्रवर्तन निदेशालय ने केस दर्ज किया।