कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए गुरुवार को नई दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पेश हुईं। सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाए जाने पर कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है। कांग्रेस ने इसका सड़क से लेकर संसद तक विरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक, अगर पूछताछ के दौरान सोनिया गांधी थक जाती हैं तो उन्हें आराम करने की इजाजत होगी।
जानकारी के मुताबिक, सोनिया गांधी से पूछताछ के दौरान पांच अधिकारी मौजूद रहेंगे जिनका नेतृत्व अतिरिक्त निदेशक स्तर की एक महिला करेंगी। ईडी दफ्तर में होने वाली पूछताछ को लेकर सोनिया गांधी ने कथित तौर पर एजेंसी से कुछ बातों की इजाजत दिए जाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी बेटी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को ईडी दफ्तर में रहने दिया जाए क्योंकि वह उनकी दवाएं रखती हैं।
साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने कथित तौर पर उनसे पूछताछ के लिए एक बड़े और हवादार कमरे का अनुरोध किया है। सोनिया गांधी से पूछताछ की रिकॉर्डिंग की जा रही है। इस दौरान, ईडी दफ्तर में एक डॉक्टर भी मौजूद रहेंगे। वहीं, उनको आराम करने के लिए एक कमरे का इंतजाम भी किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी ने तीन चरणों में पूछताछ होगी। ईसी मामले में राहुल गांधी से पांच दिनों में 40 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उनसे पूछताछ जल्द से जल्द खत्म करने की कोशिश की जाएगी।
सोनिया गांधी ने तीन चरणों में होनी है पूछताछ
पहले चरण में सोनिया गांधी की शेयरहोल्डिंग्स और टैक्स की निजी जानकारी से संबंधित हो सकती है। दूसरे चरण में एसोसिएटेड जर्नल से यंग इंडियन के लिंक पर एजेंसी फोकस करेंगी। पूछताछ के तीसरे हिस्से में कांग्रेस पार्टी के कंपनियों के साथ संबंधों पर फोकस रहेगा। फिलहाल, ईडी दफ्तर से पूछताछ के बाद सोनिया गांधी बाहर आ चुकी हैं।
इस मामले को लेकर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक ही परिवार के दो सदस्यों को बार-बार तलब करना गलत है, वह भी एक ही मामले में। जहां तक लोगों की गिरफ्तारी का सवाल है, ऐसा नहीं है कि उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति को बाधित किया है। उन्होंने कहा कि हमें आंदोलन करने का अधिकार है।