कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनकी पार्टी को ‘हवालाबाज’ कहने पर पलटवार करते हुए सवाल किया है कि उन्हें व्यापमं और ललितगेट काण्ड के बारे में क्या कहना है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मुख्य प्रतिपक्षी दल :कांग्रेस: को ‘हवालाबाज’ कहने के बारे में हुए एक सवाल पर सोनिया गांधी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘मध्य प्रदेश (व्यापमं) का मामला, विदेश मंत्री (सुषमा स्वराज) का मामला, राजस्थान की मुख्यमंत्री (ललितगेट) के मामले के बारे में उन्हें क्या कहना है।’
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से ‘हवाबाजी’ करने संबंधी टिप्पणी का जिक्र किये बिना आज भोपाल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने कालाधन पर कठोर कानून बनाया है। कालेधन पर कठोर कानून से हवालेबाजों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है, वे परेशान हो गए हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘हवालेबाज लोकतंत्र के मार्ग में रुकावटें डालने का काम कर रहे हैं। काले धन पर सख्त कानून बनने से ‘हवालाबाज’ परेशान हो गए हैं।’’
सोनिया गांधी ने इससे पूर्व अपने दो दिवसीय दौरे के अन्तिम दिन आज स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उन कांग्रेसियों के घर भी गयीं, जिनके परिवारों में हाल के दिनों में कोई गमी आदि की घटना हुई थी।
अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के अन्तिम दिन सोनिया किलौली गांव भी गयी, जहां की तीन महिलाओं की हाल में एक सडक दुर्घटना में मौत हो गयी थी। उन्होंने दुर्घटना में मारी गयी महिलाओं के परिजनों के प्रति सहानुभूति जताने के साथ ही अपने स्थानीय प्रतिनिधियों को दुर्घटना में घायल लोगों की चिकित्सा में सहायता करने के भी निर्देश दिये।
कांग्रेस अध्यक्ष ने हाल ही में दिवंगत हुए पार्टी कार्यकर्ताओं प्रभात मोहन मिश्र और प्रमेन््रद पाल सिंह गुलाटी के परिवार के लोगों से भी भेंट की। उन्होंने किलौली में बन्द पडे ट्यूबबेल के बारे में भी गांव के लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनी।
इस मौके पर 15साल की एक लडकी संध्या सिंह ने बिजली आपूर्ति में बार-बार कटौती से उसकी पढ़ाई में पडने वाले व्यवधान की शिकायत की तो आनंदपुर गांव की महिलाओं ने भी बिजली पानी की समस्याएं बतायी।
इससे पूर्व दिन में सोनिया ने भुएंमऊ गेस्ट हाउस में क्षेत्र के लोगों से भेंट की और सूखे जैसी स्थिति से निपटने के लिए आर्थिक सहायता आदि समस्याओं से संबंधित उनके आवेदन पत्र प्राप्त किये।