मध्य प्रदेश में होली पर Congress को लगातार दो तगड़े झटके लगे। सुबह पहले पार्टी के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा सार्वजनिक किया।
उन्होंने चिट्ठी के जरिए कहा कि वह कांग्रेस में रहते हुए राज्य व देश के लिए कुछ अच्छा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में यह आगे बढ़ने का वक्त है। सिंधिया के इस्तीफे के ऐन बाद उनके समर्थक वाले धड़े में से 19 विधायकों ने भी स्पीकर को त्यागपत्र भेज दिया।
कांग्रेस के इन बागी 19 विधायकों में छह राज्य मंत्री भी हैं। ये सारे कर्नाटक स्थित बेंगलुरू के रिसॉर्ट में थे, जिन्होंने सिंधिया के इस्तीफे के ऐन बाद अपने त्यागपत्र जारी कर दिए थे।
Madhya Pradesh Political Crisis
अधीर चौधरी ने कहा, सिंधिया जी कई वरिष्ठ पदों पर रहे हैं। हो सकता है कि मोदी जी ने उन्हें मंत्री पद का लालच दिया हो। हमें मालूम है कि उनका परिवार कई दशकों से भाजपा के संपर्क में है, पर फिर भी यह बड़ा नुकसान है।
चौधरी के मुताबिक, मुझे नहीं लगता है कि हमारी सरकार अब सूबे में बचेगी। यह आज के दौर की बीजेपी की राजनीति है, जो हमेशा सरकारों को अस्थिर करने की कोशिश करती रही है।
उधर, सिंधिया के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं ने उन्हें निशाने पर लिया। कहा कि उन्होंने गद्दारी की है। इसी पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- सिंधिया जब तक कांग्रेस में थे, तब तक महाराजा थे। अब माफिया हो गए? यही चीज कांग्रेस के दोहरे मानकों को दर्शाती है।