कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 19 अक्टूबर को चुनाव के नतीजे आयेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद शशि थरूर अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार हैं। दोनों नेता अपने लिए अलग-अलग राज्यों में जाकर प्रचार कर रहे हैं। इसी क्रम में मल्लिकार्जुन खड़गे असम में मौजूद हैं और पीसीसी पदाधिकारियों से अपने लिए वोट की अपील कर रहे हैं।

असम के गुवाहाटी में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह सामूहिक नेतृत्व में विश्वास करते हैं और पार्टी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सभी सदस्यों के साथ मिलकर काम करेंगे। पूर्वोत्तर के कांग्रेस सदस्यों को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनका पहला उद्देश्य ‘उदयपुर घोषणापत्र’ को लागू करना है और 50 साल से कम उम्र के लोगों को नियुक्त कर पार्टी में ‘new blood’ लाना होगा, जिसमें महिलाएं, एससी, एसटी और ओबीसी शामिल हैं।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें अपने घर बुलाया था और उनसे कांग्रेस अध्यक्ष पद का दायित्व संभालने के लिए कहा था। खड़गे ने कहा कि मैं कंसल्टेशन और सामूहिक नेतृत्व में विश्वास करता हूं न कि मैं उन लोगों में विश्वास करता जो मुझे फॉलो करते हैं। उन्होंने कहा कि लोग मेरे साथ चलें और हम सब मिलकर पार्टी के सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने का काम करेंगे।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि उन्होंने सोनिया गांधी से कहा कि मैं तीन नाम सुझा सकता हूं लेकिन उन्होंने कहा कि वह नाम नहीं मांग रही हैं बल्कि मुझे पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कह रही हैं। खड़गे ने कहा कि वह चुनाव लड़ने के लिए सहमत हुए क्योंकि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने को तैयार नहीं था।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह चुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों ने एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का वादा किया था, जिसमें प्रतिनिधियों को अध्यक्ष का चुनाव करना था।

बता दें कि शशि थरूर भी अपने लिए प्रचार कर रहे हैं और पदाधिकारियों से अपने लिए वोट की अपील कर रहे हैं। शशि थरूर का भी दावा है कि अगर वो जीतते हैं तो युवाओं को मौका देंगे।