बीते दिन जब सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को हवाबाज कहा था तो आज उन्होंने कांग्रेस पर हवालाबाज कहकर निशाना साधा। लेकिन बीजेपी और कांग्रेस की बयानबाजी इस बयान को लेकन ठंडी नहीं हुई है।

आज भोपाल में हिंदी सभा सम्मेलन के दौरान जहां एक ओर पीएम मोदी ने भले ही कांग्रेस को हवाबाज के बदले हवालाबाज करार दिया हो लेकिन बाद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के वादे हवाबाज़ी साबित हुए।

तो दूसरी ओर भाजपा नेता और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कांफ्रेस कहा कि जब-जब उन्होंने नरेंद्र मोदी पर वार किया, ‘तब तब देश की जनता नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास के पथ पर उनके पीछे चली है।

उन्होंने ‘हवाबाज़ी’ का जवाब देते हुए वन रैंक वन पेंशन को मंज़ूरी, देश भर में शौचलाय बनाने और नगा शांति समझौते को सरकार की उपलब्धियों में गिनाया।

सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ‘एक असम्मानित फ़्लिप-फ़्लॉप बन कर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भूमि अधिग्रण को वापस लेने के मजबूर हुई तो इसका श्रेय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जाता है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर स्पष्ट नीति बनाने के बजाए सरकार अभी तक ये ही तय नहीं कर पा रही है कि उसे करना क्या चाहिए।सोनिया ने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ रही है और अर्थव्यस्था नीचे जा रही है।

उन्होंने कहा उनके पास हवाबाजी के अलावा कुछ नहीं है। सोनिया के बयान पर चुटकी लेते हुए बीजेपी की स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी अपने ‘ध्वस्त संगठन का संरक्षण’ करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर हमलों का सहारा ले रही हैं। लिहाजा इसी तरह एक के बाद एक आरोपों का दौर जारी है।