गृह मंत्री अमित शाह के बेटे, कारोबारी और BCCI के नवनियुक्त सचिव जय शाह को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट Twitter हैंडल खोलते ही ब्लू टिक (आधिकारिक अकाउंट होने की पुष्टि करने वाला चिह्न) मिल गया था। रोचक बात है कि ऐसा तब हुआ, जब जय ने न तो एक भी ट्वीट किया और न ही उनके फॉलोअर्स की संख्या भारी भरकंप थी। उस दौरान उनके महज 19 से 27 फॉलोअर्स थे।
जानकारी के मुताबिक, छह नवंबर 2019 को टि्वटर पर जय शाह को महज 27 लोग फॉलो करते थे, लेकिन फिर भी उन्हें यह ब्लू टिक वाला बैज मिल गया। फिर क्या था, इसी पर ट्विटर यूजर्स ने सोशल मीडिया पर इसी चीज को लेकर हंगामा काट डाला।
सोशल मीडिया पर इस समय इसी बात को लेकर इस वक्त सवालिया निशान लग रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर उन्हें इतनी जल्दी कैसे टि्वटर से ब्लू टिक मिल गया? उनके ताजा फॉलोअर्स की संख्या देखें तो वह सात नवंबर, 2019 तक 11,457 थी। टि्वटर पर इसी को लेकर लोगों ने अपने पोस्ट्स के जरिए इस चीज पर विरोध जताया और ट्वीट्स में #cancelallBlueTicksinIndia (भारत में सभी ब्लू टिक्स कैंसल कर दें) इस्तेमाल किया।
बता दें कि शाह के बेटे न तो राजनेता हैं। न ही धार्मिक प्रवक्ता। उनका फिल्मों और पत्रकारिता से भी लेना-देना नहीं है। ऐसे में टि्वटर पर जब उनके महज 27 फॉलोअर्स थे और एक भी पोस्ट नहीं था, तब उन्हें टि्वटर की तरफ से ब्लू टिक दे दिया गया था।
हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जय को अचानक से यह ब्लू टिक और फिर बाद में फॉलोअर्स कहां से मिले? पर सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें और टि्वटर को इस मुद्दे पर जरूर घेर लिया। देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
Blue Tick क्या है, यह किसे और कैसे मिलता है?: टि्वटर पर यह टिक एक तरह से किसी भी व्यक्ति विशेष के हैंडल/अकाउंट को वेरिफाई करता है। जिसे भी यह टिक मिल जाता है, उससे यह पुष्ट हो जाता है कि वह अकाउंट उसी शख्स का है।
दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर फर्जी और पैरोडी अकाउंट्स की भी भरमार है, इसलिए यह ब्लू टिक यह पता लगाने में काफी सहूलियत देता है कि कौन सा अकाउंट असली है और कौन सा नकली।