कोरोना के खात्मे और बीमारी से निजात पाने के लिए युद्धस्तर पर टीका लगाए जाने के बावजूद उसके नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के जन्म लेने से दुनियाभर में हड़कंप मचा हुआ है। भारत के कई शहरों में भी इसके दस्तक देने से आम लोगों में बेचैनी है। कोरोना के नए वेरिएंट के नए केस लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को कुल 12 और केस मिले। अब तक महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, केरल, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल में ओमीक्रोन के मामले सामने आ चुके हैं।
इधर, राजधानी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 10 मामले सामने आए हैं और उनमें से किसी की हालत ‘‘गंभीर’’ नहीं है। उन्होंने बताया कि संदेह के आधार पर 40 लोगों को लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 38 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
जैन ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ दिल्ली में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 10 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।’’ उन्होंने बताया कि इनमें से किसी की हालत ‘‘गंभीर’’ नहीं है। दिल्ली में मंगलवार तक ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के छह मामले सामने आए थे, जो बुधवार को बढ़कर आठ और बृहस्पतिवार को 10 हो गए।
मंत्री ने बताया कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे आठ लोगों को आज (बृहस्पतिवार को) ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’ जैन ने मंगलवार को कहा था कि ‘ओमीक्रोन’ के मामले अभी सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले हैं और स्थिति अभी नियंत्रण में है।
‘ओमीक्रोन’ के सभी मरीजों की हालत भी स्थिर है। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप से संक्रमित पाए गए पहले व्यक्ति को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। तंजानिया से दो दिसंबर को दिल्ली लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाए गए थे, जबकि उनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका था।