केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने नेहरु-गांधी परिवार पर अपने गढ़ अमेठी की ही उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि जो काम इस परिवार की तीन पीढ़ियां अमेठी के लिये नहीं कर सकीं, वह काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ही साल में करने जा रहे हैं।

स्मृति ने अपने अमेठी दौरे पर तिलोई क्षेत्र के राजा फत्तेपुर गांव में संवाददाताओं से कहा कि नेहरू-गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों ने अमेठी से अपने राजनीतिक वजूद को सींचा लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र के लिये कुछ खास काम नहीं किया।

उन्होंने कहा ‘‘जो काम नेहरु-गांधी परिवार की तीन पीढ़ियां नहीं कर पायीं, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ही साल में करने जा रहे हैं। कांग्रेस लखनऊ से वाराणसी रेलमार्ग का दोहरीकरण नहीं कर पायी। इस काम को हमारी सरकार करने जा रही है।’’

हालांकि केन्द्रीय मंत्री ने इस बयान में इलाके से कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी का जिक्र नहीं किया। स्मृति ने कहा कि वह आगामी 26 मई को फिर अमेठी आएंगी और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत पांच हजार बीपीएल कार्ड धारकों के बैंक खाते खुलवाकर उनकी पहली किस्त खुद जमा करेंगी।

स्मृति के साथ अमेठी आये केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान ने कहा कि बेमौसम बारिश से परेशान किसानों का हाल लेने के लिये देश के बाकी सभी सांसद अपने-अपने क्षेत्र में गये लेकिन अमेठी से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को अपने क्षेत्र के किसानों का दर्द जानने की फुर्सत नहीं मिली। राहुल पंजाब गये लेकिन अमेठी के किसानों से मिलने नहीं आये। यहां के किसानों का पंजाब से ज्यादा खस्ताहाल है, इसके बावजूद राहुल अमेठी नहीं आये।

उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा ‘‘हालत ठीक नहीं है। विकास कार्य ठप पड़े हैं। खुद मैंने आज अमेठी में देखा कि बिजली, पानी और सड़क की गम्भीर समस्या है। किसान परेशान हैं।’’

स्मृति ने कहा कि किसानों से गेहूं खरीद में काटे जाने वाले प्रतिशत को समाप्त कर दिया गया है। इसके अलावा एक वर्ष तक किसानों से कर्ज की वसूली नहीं की जाएगी।

इससे पहले, स्मृति के आने पर गौरीगंज के रेलवे स्टेशन तिराहे पर भारतीय किसान यूनियन की महिला गुट की अध्यक्ष रीता सिंह तथा करीब 200 कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और नारेबाजी की। वे मेगा फूड पार्क परियोजना को वापस दिलाने की मांग कर रहे थे।

इसके पूर्व, कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि किसानों को पूरा मुआवजा मिलेगा। अगर फसल बरबाद होने के सर्वेक्षण का काम नहीं पूरा हुआ है तो वह दो दिन के अंदर पूरा किया जाएगा।

बालियान ने किसानों से सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं खरीद शुरू होने का सवाल किया। ना में जवाब मिलने पर उन्होंने कहा कि वह आज ही केन्द्रीय खाद्य एवं रसद मंत्री रामविलास पासवान से बात करके खरीद शुरू कराएंगे।

केंद्रीय राज्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने 13 हजार रुपए और राज्य सरकार ने चार हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजे का एलान किया है। अगर यह नहीं मिल रहा है तो यह प्रदेश की सपा सरकार और कांग्रेस की मिलीभगत का नतीजा है।

स्मृति इससे पहले रायबरेली भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकांत मिश्रा के भाई के निधन पर शोक व्यक्त करने भी पहुंचीं।