Smriti Irani News: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को कहा कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। अगर उनसे कहा जाता तो भी वह अपना धर्म परिवर्तन (Conversion) नहीं करतीं। टाइम्स नाउ समिट 2022 में मेजबान एंकर ने स्मृति ईरानी (Smriti Irani) से जब उनके धर्म के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “मैं ईरानी सरनेम के साथ एक प्राउड हिंदू हूं।” स्मृति ईरानी से पूछा गया कि शादी के बाद आप हिंदू हैं या पारसी? केंद्रीय मंत्री ईरानी ने जवाब दिया, “देखिए पारसी धर्म में धर्मांतरण नहीं होता। और धर्मांतरण होता तो भी, मैं गर्व से हिंदू हूं और मैं अपना धर्म नहीं बदलती।” बता दें कि स्मृृृति के पति पारसी हैं।
क्या धर्म पूछ कर बनाई जा रही सड़क?
केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष के दावों का भी खंडन किया कि भाजपा बहुसंख्यकवाद (Majoritarianism) की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत (Aayushmaan Bharat) और 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन वितरण जैसी केंद्र सरकार की योजनाएं किसी विशेष धर्म के लोगों को कोई तरजीह नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा, “क्या आपको कभी पता चला कि हॉस्पिटल में एडमिशन हिंदू का हुआ या पारसी, जैन और बौद्ध का हुआ। क्या जल जीवन मिशन के तहत नल का पानी देने से पहले देखा जा रहा है कि वह किसके घर में जा रहा है।”
केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया, “क्या सड़क जो पीएम मोदी बना रहे हैं पूछ रहे हैं कि आप किस धर्म के हैं?” उन्होंने आगे कहा, “क्या बिजली की तार जो जा रही है तो उसमें करंट यह देख कर जा रहा है कि वह किसके घर में जा रहा है।”
स्मृति ईरानी ने कहा, “जब सेवा आपकी निर्णय लेने की प्रक्रिया पर केंद्रित होती है, तो आप जो कुछ भी करते हैं उसके प्रति बेहद सचेत रहते हैं और आप अपनी क्षमता के अनुसार सेवा करने की उम्मीद करते हैं।” उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पहले दिन से यह सुनिश्चित किया है कि यह सरकार सेवा के बारे में है और सत्ता के बारे में नहीं।
हीट ऑफ द मोमेंट में नहीं होती श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha Walkar murder) जैसी वारदात
दिल्ली के श्रद्धा वालकर हत्याकांड (Shraddha Walkar Murder) पर एक सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा, “कोई भी किसी महिला को हीट ऑफ द मोमेंट में कई टुकड़ों में नहीं काटता है और ना ही लगातार पीटता रहता है।” गौरतलब है कि दिल्ली की श्रद्धा वालकर की उसके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने मई 2022 में गला दबाकर हत्या कर दी और उसे 30 से अधिक टुकड़ों में काट दिया था। बाद में खबर आई कि उसने कोर्ट में कहा कि यह वारदात ‘हीट ऑफ द मोमेंट’ का नतीजा थी। बीजेपी के कई नेता इस घटना को ‘लव जिहाद’ से जोड़ कर देख रहे हैं।
भाजपा के सामने ही याद आता है लव-जिहाद शब्द
बातचीत के दौरान जब स्मृति ईरानी से पूछा गया कि क्या श्रद्धा वालकर हत्याकांड लव-जिहाद का केस है क्योंकि आरोपी का नाम आफताब है? इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मुझे लगता है हम इतने जघन्य क्राइम को सिम्प्लीफाई कर रहे हैं। जब भाजपा का कोई सामने बैठा होता है तभी आपको लव-जिहाद की शब्दावली याद आती है।” उन्होंने आगे कहा कि 2009 में केरल उच्च न्यायालय (Kerela High Court) ने ‘लव जिहाद’ शब्द को स्वीकार किया और रिकॉर्ड किया कि हिंदू और ईसाई लड़कियों को टारगेट किया गया था।
