बीजेपी संसाद स्मृति ईरानी के गुमशुदगी के पोस्ट उनके ही संसदीय क्षेत्र अमेठी में नजर आए। इस मामले पर ईरानी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेसियों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया जिसके चलते कोरोना का संक्रमण फैल गया। इसके अलावा उन्होंने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए लिखा है, सोनिया गांधी कितनी बार रायबरेली गईं?

अमेठी में उनकी गुमशुदगी के पोस्टरों में लिखा है, लापता संसाद से सवाल: अमेठी से सांसद बनने के बाद (साल भर में 2 दिन) महज कुछ घंटों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली सांसद अमेठी स्मृति इरानी जी आज कोरोना महामारी के दर्द से अमेठी की समस्त जनता भयभीत और त्रस्त है। हम यह नहीं कहते कि आप गायब हैं…. हमने आपको ट्विटर के माध्यम से अन्ताक्षरी खेलते हुए देखा है। हमने आपके माध्यम से एकाद व्यक्ति के साथ लन्च देते हुए देखा है। लेकिन अमेठी के सांसद होने के नाते से आज इस विपरीत समय में अमेठी की मासूम जनता अपनी आवश्यकताओं और परेशानियों के लिए आपको ढूढ़ रही है। विगत कई दिनों महीनों की परेशानियों के बीच यूं ही अमेठी की जनता को निराश्रित छोड़ देना यह दर्शाता है कि शायद अमेठी आपके लिए महज टूर हब है। क्या अब  आप अमेठी में सिर्फ कंधा ही देने आयेंगी?

इस पोस्टर को ऑल इंडिया महिला कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है। इस ट्वीट पर स्मृति ईरानी ने निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है, आपको मुझसे इतनी मोहब्बत थी ये पता नहीं था .. चलें अब कुछ आपको भी हिसाब दिया जाए 8 महीने 10 बार 14 दिन का हिसाब है मेरे पास… लेकिन ये बताएँ सोनिया जी कितनी बार गयी इस दौरान अपने क्षेत्र में ?Collector अमेठी , सुल्तानपुर, रायबरेली से सतत संपर्क एवं समन्वय के माध्यम से प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ अमेठी के जन जन तक पहुँचे ये प्रयास किया मैंने … बताएँ सोनिया जी ने स्वयं कितनी बार प्रयास किया अपने क्षेत्र के लिए ?

Lockdown में अमेठी में आपके नेताओं द्वारा जो वर्षों पुराना सपना दिखाया गया गरीब जनता को उस मेडिकल कालेज का काम करवाया @myogiadityanathजी के आशीर्वाद से … बताएँ आज तक अमेठी के मेडिकल कालेज का एक बार भी अभिनंदन क्यूँ नहीं किया .. खुश नहीं क्या आप अमेठी के लिए ?

Block शाहगढ़ , विधान सभा गौरिगंज में खम्भे पे काग़ज़ चिपकाया तो कम से कम अपना नाम तो लिख देते नीचे… इतना भी क्या शर्माना। कहीं ऐसा तो नहीं की अमेठी को कंधा देने की शरमनाक बात कहने वाले जानते हैं की जनता उन्हें माफ़ नहीं करेगी ?अब तक 22,150 नागरिक बस से एवं 8322 ट्रेन से मात्र अमेठी जनपद में लौटें हैं , वो भी पूरी क़ानूनी प्रक्रिया के बाद । एक एक परिवार , एक एक व्यक्ति का नाम बता सकती हूँ … क्या ऐसा ही हिसाब सोनिया जी रायबरेली के लिए देना चाहेंगी?

अमेठी में कोरोना पहली बार तब आया जब आपके नेताओं ने lockdown के नियम तोड़े … अब आप चाहते हैं की मैं क़ानून तोड़ के लोगों को घर से बहार निकलने के लिये प्रोत्साहित करूँ ताकी आप Twitter Twitter खेल सकें।आपको अमेठी प्यारी ना होगी मुझे है लोगों के जीवन से खिलवाड़ करना बंद करें।