जेएनयू और रोहित वेमुला मामले में लोकसभा में बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्ष के आरोपों पर जमकर पलटवार किया। ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सीधे निशाने पर लिया और दस्‍तावेजों दिखाते हुए आरोपों का जवाब दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ईरानी के भाषण को अपने टि्वटर अकाउंट पर शेयर किया। उन्‍होंने भाषण का लिंक डालकर लिखा, ‘सत्‍यमेव जयते।’

इससे पहले स्‍मृति ईरानी ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता तो इंदिरा गांधी ने भी खोई थी। लेकिन उनके बेटे ने भारत की बर्बादी के नारों का समर्थन नहीं किया था। किसी घटना स्थल पर राहुल गांधी दोबारा नहीं जाते, लेकिन इस मामले में (हैदराबाद विवि) राजनीतिक अवसरवादिता के चलते दो बार गए। कांग्रेस सदस्यों के टोकाटाकी पर स्मृति ने कहा, क्या अमेठी से चुनाव लड़ने की मुझे सजा दी जा रही है। राहुल पर हमला जारी रखते हुए स्मृति ने कहा, ‘अगर राहुल उनसे कहते कि हम दोनों जेएनयू चलते हैं क्योंकि वह जेएनयू जहां के बच्चों ने सीमा पर कुर्बानी दी, वहां कुछ लोग आज भारत की बर्बादी के नारे लगा रहे हैं, तो वे खुशी-खुशी जातीं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कहा।’ विपक्ष की टोकाटोकी पर उन्होंने व्यंग्य किया कि आप लोग अल्पसंख्यकों की बात करते हैं तो मैं भी यह कह सकती हूं कि मैं एक महिला हूं और अत्यंत सूक्ष्म अल्पसंख्यक वर्ग (पारसी) से आती हूं, इसलिए मुझे नहीं बोलने दे रहे हैं।

ईरानी ने वामपंथी दलों पर हमला बोलते हुए कहाकि ये लोग महिषासुर शहीदी दिवस मनाते हैं। देवी दुर्गा के बारे में आपत्तिजनक टिप्‍पणियां करते हैं। अगर आप लोगों में हिम्‍मत है तो इस बारे में कोलकाता की गलियों में चर्चा करके दिखाइए। इस दौरान स्‍मृति ईरानी भावुक हो गई। उन्‍होंने कहा, ‘मैं इसे (कांग्रेस के आरोपों को) पर्सनली ले रही हूं। मैं बताती हूं क्यों। जैसे ही मुझे घटना (रोहित के सुसाइड) की खबर मिली कि केसीआर जी को मैंने फोन किया। मैंने उनसे कहा कि लॉ एंड ऑर्डर की सिचुएशन ना हो, मदद कीजिए। मुझे कहा गया कि साहब बिजी हैं। उनकी बेटी से भी बात हुई। मुझे आज तक उनके फोन का इंतजार है।’

उन्‍होंने राहुल गांधी के भगवाकरण के आरोपों पर कहा,’राहुल गांधी अमेठी में जाकर कहते हैं कि यूनिवर्सिटी का भगवाकरण किया जा रहा है। मैं उन्‍हें बताना चाहती हूं कि एक भी वाइस चांसलर प्रमाण के साथ आकर यह कह दे कि भगवाकरण किया जा रहा है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगी।’ उन्‍होंने कहा कि वह जाति या धर्म कि आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करती हैं। उन्‍होंने कहा,’ मेरा नाम स्‍मृति ईरानी है। कोई मेरी जाति बताए।’ इससे पहले रोहित वेमुला सुसाइड मामले में स्‍मृति ईरानी और बसपा सुप्रीमो मायावती के बीच जमकर तकरार हुई।