Congress के सीनियर नेता राशिद अल्वी पर एक टीवी शो में कवि गौरव चौहान ने सुरीला तंज कसा। शाब्दिक लपेटे में लेते हुए कहा कि हिम्मत थोड़ी दिखलाओ, शाहनवाज-नकवी जैसे आप बन जाओ। पर शायद उनका यह तंज अल्वी को पचा नहीं और उन्होंने बाद में बारी आने पर थोड़ा सा गंभीर होकर पूछा- क्या ‘लव जिहाद’ शुरू कर दूं?

पूरा वाकया हिंदी न्यूज चैनल News 18 India के शो ‘लपेटे में नेताजी’ से जुड़ा है। कार्यक्रम में कुछ कवि सुरीले अंदाज में राजनेताओं को लपेटे में लेते हैं, जबकि बदले में वे भी जवाब देते हैं। शनिवार को शो में अल्वी आए हुए थे। एंकर किशोर आजवाणी और चौहान समेत कुछ और कवि भी मौजूद थे।

चौहान ने कविता शुरू की और कहा, “कि अल्वी जी आए हैं, बैठ गए हैं डट के। अभी लगेंगे इनको कविताओं के भारी झटके। जोर का लपेटा, बचता नहीं कोई नेता। कांग्रेस की डूबी नैया, नेता भटके-भटके। कुछ अंदर, कुछ बाहर, कुछ बीच अधर में लटके। जोर का लपेटा, बचता न कोई नेता।”

अगली पंक्ति पढ़ते हुए बोले- दिक्कत क्या है आप लोगों के साथ? गलती ऊपर से होती। आप करें लीपापोती। एक के चक्कर में सारी पार्टी है रोती। ऊपर बैठी महारानी, नीचे है खींचातानी। प्रवक्ता बेचारे देते रोज कुर्बानी। कई दशक से माल तुम्हीं तो जनता का हो गटके, इसलिए तो 52 सीटों पर आ गए हो घट के। ये है जोर का लपेटा, बचता नहीं कोई नेता।

हालांकि, अल्वी ये लाइनें सुनकर वाह-वाह के मुस्कुराते हुए ठहाके लगा रहे थे। इसी बीच, कवि ने कहा- एक सलाह दें, बहुत मासूम हैं। ये दशा नहीं देखी जाती…मन को थोड़ा समझाओ, हिम्मत थोड़ी दिखलाओ, शाहनवाज-नकवी जैसे आप बन जाओ। उजड़ा हुआ चमन छोड़ो। सबक नया, अब तो जोड़ो। अपनी गाड़ी बीजेपी कार्यालय पर मोड़ो। अरे कब तक दोगो वही पुराने बयान रट के, मोदी जी के साथ में हो लो, काम करो कुछ हट के। ये है जोर का लपेटा, बचता न कोई नेता। लपेटे में आने के लिए आपकी हिम्मत को सलाम।

कवि के यह कहते ही अल्वी ने जवाब दिया- आप कह रहे हैं कि मैं शाहनवाज और नवकी जैसा हो जाऊं…क्या ‘लव जिहाद’ शुरू कर दूं? देखें, पूरा वीडियोः