देश के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन होंगे। 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में राधाकृष्णन ने विपक्ष की उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को हरा दिया है। राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक राधाकृष्णन को बधाई दे रहे हैं। वहीं इस बीच शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने राधाकृष्णन पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने वोटों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है।
उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन पर उद्धव के सांसद ने लगाया आरोप
उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन को एनडीए की कुल संख्या से अधिक वोट मिले हैं। विपक्ष के कई सांसदों ने क्रॉस वोटिंग भी की है। वहीं 15 वोट अवैध घोषित किए गए। इसी को लेकर समाचार एजेंसी ANI ने सांसद अरविंद सावंत से सवाल पूछा था। इसके जवाब में उन्होंन कहा, “उन्होंने (सीपी राधाकृष्णन) वोट खरीदे होगे, पैसा दिया होगा तभी तो उन्हें वोट मिले होंगे। तभी वह धन्यवाद दे रहे हैं। उन्होंने तो पहले ही कह दिया था कि सांसद अपनी अंतरात्मा को सुनकर वोट दें। आत्मा को पूछ कर वोटिंग किया कि खरीदकर। मेरा सवाल यही है कि 15 लोग अवैध वोट डालकर आए हैं। क्या वह गंवार लोग हैं। वो सांसद हैं। 15 लोगों ने पूछ कर वोटिंग की होगी ना उल्टा सीधा। यह मामला ज्यादा सीरियस है।”
अरविंद सावंत ने कहा कि जो बीज बोया है, यह बीजेपी ने बोया है। सरकारें तोड़ना, गिरा देना, सांसदों विधायकों को खरीदना। उनके गुलाम ईडी-सीबीआई वाले बैठे हैं। वे लोग परेशान करते हैं। अरविंद सावंत ने कहा कि जांच एजेंसी वाले भाजपा के इशारे पर काम करते हैं। यह उनका धंधा बन चुका है। वह बताते हैं कि किसके घर जाना है और पहुंच जाते हैं।
सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति बनने पर जगदीप धनखड़ का पहला रिएक्शन
अरविंद सावंत ने पूछे सवाल
अरविंद सावंत ने कहा कि आप यह सवाल क्यों नहीं पूछते कि जगदीप धनखड़ साहब को 528 वोट मिले थे जबकि इस बार बीजेपी के उम्मीदवार को 452 वोट मिले, तो वोट काम क्यों हो गए? उन्होंने कहा कि आप सवाल पूछो कि पिछली बार विपक्ष को 26 फीसदी वोट मिले थे जबकि इस बार 40 फीसदी पहले आप यह देखो ना कि उनके वोट घट रहे हैं, हमारे बढ़ रहे हैं।
किसको कितने वोट?
एनडीए के उपराष्ट्रपति पद उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 और विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। इस मतदान में निर्वाचक मंडल के कुल 781 सदस्यों में से 767 (एक पोस्टल बैलट) ने मतदान किया था, जिसमें 15 वोट अवैध करार दिए गए। मतदान मंगलवार सुबह 10 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे समाप्त हुआ।